“बांग्लादेश इस्कॉन ने सैफुल इस्लाम की हत्या पर दुख जताया। महासचिव चारु चंद्र दास ने कहा कि चिन्मय दास और अन्य सदस्यों को पहले ही संगठन से निष्कासित कर दिया गया था। उनके कार्यों से इस्कॉन का कोई संबंध नहीं है।”
ढाका। बांग्लादेश इस्कॉन के महासचिव चारु चंद्र दास ने हाल ही में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर वकील सैफुल इस्लाम की हत्या पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस्कॉन संगठन ने पहले ही अनुशासनहीनता के चलते श्री कृष्ण मंदिर के अध्यक्ष लीलाराज गौर दास, सदस्य गौरांगा दास और चटगांव स्थित पुंडरीक धाम के अध्यक्ष चिन्मय कृष्ण दास को बर्खास्त कर दिया था।
चारु चंद्र दास ने स्पष्ट किया कि इन व्यक्तियों का इस्कॉन से अब कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा, “संगठन अनुशासन का सख्ती से पालन करता है, और कोई भी सदस्य जो इसका उल्लंघन करता है, उसे संगठन से बाहर कर दिया जाता है।”
गौरतलब है कि वकील सैफुल इस्लाम की हत्या के बाद इन पूर्व सदस्यों पर कई गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। इस्कॉन बांग्लादेश ने इस मामले में अपनी भूमिका से इनकार किया है और जांच एजेंसियों से मामले की निष्पक्ष जांच की अपील की है।
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-मनोज शुक्ल