Meerut: राजकीय निर्माण निगम की शामली इकाई में एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जहां अधिकारियों ने ई-रिक्शा के नंबर पर इनोवा कार चलायी।
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि पेट्रोल कार के लिए लॉगबुक में डीजल का भुगतान किया गया। मामले में तीन अधिकारियों और एक ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
आंकिक वीरेन्द्र ने अपने रिश्तेदारों के नाम पर फर्जी फर्में बनाईं। वर्तमान में वीरेन्द्र सिंह बरेली की विद्युत इकाई में तैनात हैं। जांच के बाद विजिलेंस थाने में मामला दर्ज कराया गया है।