“लखनऊ विजिलेंस टीम ने हरदोई PWD के JE सतेंद्र यादव को 10 लाख की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया। ठेकेदार ने शिकायत की थी, जिसके बाद दुबग्गा से उसे रंगे हाथ पकड़ा गया।”
लखनऊ। लखनऊ विजिलेंस टीम ने सोमवार को हरदोई PWD में तैनात जूनियर इंजीनियर (JE) सतेंद्र यादव को 10 लाख रुपए रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। आरोपी JE को ठेकेदार महेंद्र कुमार त्रिपाठी से एक लाख की पहली किश्त लेते हुए लखनऊ के दुबग्गा इलाके में रंगे हाथ पकड़ा गया।
क्या है मामला:
ठेकेदार महेंद्र कुमार त्रिपाठी ने विजिलेंस मुख्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी। उनका कहना था कि उन्होंने हरदोई की सीडी-2 पीएमजीएसवाई योजना के तहत सड़क निर्माण कार्य किया था, जिसके लिए 40 लाख रुपए का बिल भुगतान लंबित है।
JE सतेंद्र यादव ने बिल पास करने के लिए 10 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी। आरोप है कि JE ने ठेकेदार से कहा कि “बिल को बढ़ाकर बनाया गया है, इसलिए मुझे और सहायक अभियंता को हिस्सा चाहिए।”
विजिलेंस की कार्रवाई:
शिकायत पर विजिलेंस टीम ने मामले की जांच की। जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद आरोपी JE को रिश्वत की पहली किश्त के बहाने लखनऊ बुलाया गया। उसे एक लाख रुपए लेते हुए दुबग्गा इलाके में ट्रैप कर गिरफ्तार किया गया।
विजिलेंस का बयान:
एसएसपी विजिलेंस मुख्यालय डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ साक्ष्य जुटाए गए हैं और विधिक कार्रवाई की जा रही है। सतेंद्र यादव पर विजिलेंस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
PWD में भ्रष्टाचार:
यह मामला PWD विभाग में चल रहे भ्रष्टाचार को उजागर करता है। ठेकेदारों और इंजीनियरों के बीच लेन-देन की शिकायतें पहले भी आती रही हैं, लेकिन विजिलेंस की इस कार्रवाई ने इसे गंभीरता से उठाया है।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल