लखनऊ में कैब ड्राइवरों ने उबर, रैपिडो और इन ड्राइव का बहिष्कार करते हुए 10 दिनों के लिए केवल ओला कैब की बुकिंग शुरू की है। ड्राइवरों का कहना है कि कंपनियां उन्हें उचित भुगतान नहीं कर रही हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो रही है।
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में कैब ड्राइवरों ने कंपनियों के द्वारा अपनी मांगों की अनदेखी से नाराज होकर उबर, रैपिडो और इन ड्राइव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। ड्राइवर अब अगले 10 दिनों तक केवल ओला कैब का उपयोग करेंगे। उनका दावा है कि ओला ने उन्हें बेहतर भुगतान का आश्वासन दिया है, जिसके बाद उन्होंने ओला का ट्रायल शुरू किया है।
कैंसिलेशन का विरोध:
कैब ड्राइवर अपनी राइड्स बुक कर रहे हैं और फिर कैंसिल कर रहे हैं। इस प्रक्रिया को वे विरोध का एक तरीका मानते हैं। चारबाग और एयरपोर्ट के पास ड्राइवर पोस्टर और बैनर के माध्यम से अपनी मांगों को उजागर कर रहे हैं।
कंपनियों का शोषण:
ड्राइवरों के अनुसार चारों कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा का नकारात्मक प्रभाव ड्राइवरों पर पड़ रहा है। उन्हें मानसिक तनाव और आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ड्राइवरों के अनुसार कंपनियां उन्हें उचित कमीशन नहीं दे रही हैं, जिससे उनका परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है।
आर्थिक संकट:
ड्राइवरों के अनुसार कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा के चलते उन्हें 20 किलोमीटर की राइड के लिए पहले 350 से 400 रुपये मिलते थे, लेकिन अब केवल 250 रुपये मिल रहे हैं। यह स्थिति उन्हें दीपावली जैसे त्योहार को मनाने में भी कठिनाई का सामना करवा रही है।
ड्राइवरों ने यह स्पष्ट किया है कि यदि ओला ने उनके हितों का ध्यान रखा, तो वे भविष्य में ओला के साथ काम करने के लिए तैयार हैं। अन्य कंपनियों के खिलाफ यह एकजुटता का संकेत है।