Saturday , December 20 2025

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जब्त हो सकता है लखनऊ की तन्वी सेठ का पासपोर्ट, रिपोर्ट में झूठे निकले कई दावे

जब्त हो सकता है लखनऊ की तन्वी सेठ का पासपोर्ट, रिपोर्ट में झूठे निकले कई दावे

हिंदू पत्नी तन्वी सेठ तथा मुस्लिम पति मोहम्मद अनस सिद्दीकी का लखनऊ में बना पासपोर्ट बेहद सुर्खियों में है। इनमें से तन्वी सेठ का पासपोर्ट अब जब्त हो सकता है। तन्वी ने पासपोर्ट आवेदन के दौरान जो पता दिया है, उस पर वह बीते एक वर्ष से अधिक के समय …

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मुजफ्फरनगर में कबाड़ी की दुकान में विस्फोट में चार की मौत, तीन घायल

लंबे समय तक दंगा प्रभावित जिला मुजफ्फरनगर आज धमाकों से दहल गया। यहां के कच्ची सड़क पर एक कबाड़ी की दुकान में विस्फोट की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में तीन लोग घायल भी हैं। पुलिस के साथ फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर है। एक महिला समेत तीन लोग घायल हो गए हैं। सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भयंकर विस्फोट के बाद ही तत्काल मुजफ्फरनगर में एटीएस के साथ आर्मी से स्पेशल जांच दल, सहारनपुर से बम स्क्वायड की टीम को भी बुलाया गया। इस घटना के बाद डीआईजी और मेरठ से आईजी भी पहुंचे हैं। कच्ची सड़क पर पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल को सील कर दिया है। मामले के पड़ताल के लिए मेरठ से एटीएस और आर्मी का जांच दल मुज़फ्फरनगर पहुंच रहा है। मुज़फ्फरनगर विस्फोट में डीजीपी ऑफिस ने रिपोर्ट मांगी है।विस्फोट की प्रकृति की जांच के लिए बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल टीम मौके पर है।एटीएस भी विस्फोट की जांच में लगी है। एसएसपी अनंत देव तिवारी ने इस बात की पुष्टि की है। मुजफ्फरनगर में बस के इंतजार में खड़े यात्रियों को डीसीएम ट्रक ने रौंदा, चार की मौत यह भी पढ़ें घटना सिविल लाइन थाने के कच्च सड़क पर हुआ। निसार ने अपनी एक दुकान कबाड़ी ताजीम को किराए पर दे रखी थी। पेचकस-हथोड़े से कबाड़ी कुछ सामान तोड़ रहा था, इसी दौरान विस्फोट हुआ। विस्फोट में कबाड़ी ताजीम, निसार की मौत हो गई। इसी दौरान वहां से बाइक से गुजर रहे नवाजिश के भी चिथड़े उड़ गए। एक अन्य पड़ोसी शहजाद भी विस्फोट की चपेट में आ गया। महिला कौसर समेत नोशाद, यूसुफ घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुजफ्फरनगर में डॉक्टर समेत तीन का कत्ल, जिले में दहशत यह भी पढ़ें विस्फोट इतना भयानक था कि 50 फुट दूर तक मांस के लोथड़े बिखरे नजर आए। आसपास के इलाके को सील कर दिया गया है। एसएसपी अनंत देव ने बताया कि कुछ लोगों कबाड़ी को कुक समान तोडते हुए देखा था। विस्फोट कैसे हुआ, इसकी जांच की जा रही है। मेरठ से एटीएस और आर्मी का एक जांच दल को मौके पर बुलाया गया है। जांच के बाद ही पूरे मामले का सच सामने आएगा।

लंबे समय तक दंगा प्रभावित जिला मुजफ्फरनगर आज धमाकों से दहल गया। यहां के कच्ची सड़क पर एक कबाड़ी की दुकान में विस्फोट की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में तीन लोग घायल भी हैं। पुलिस के साथ फायर ब्रिगेड की टीम मौके …

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ट्रैफिक नियमों के प्रति लापरवाही पड़ रही है भारी

नैनीताल हाई कोर्ट ने भले ही कठोर रुख अख्तियार करते हुए गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात करने को गंभीरता से लेते हुए लाइसेंस रद करने का आदेश दिया है। लेकिन, हकीकत यह है कि यातायात नियमों का पालन कराना आसान नहीं है। आंकड़े इस हकीकत की पुष्टि भी करते हैं। दरअसल, पिछले वर्ष जहां यातायात नियमों की अनदेखी के चलते 1.19 लाख चालान हुए, वहीं इस साल बीते पांच माह में 26767 चालान हो चुके हैं। सफर को सुरक्षित और सुखद बनाने के उद्देश्य से बनाए गए यातायात नियमों के प्रति लापरवाही अक्सर मौत का कारण बन जाती है। बावजूद इसके नियमों के अनुपालन के प्रति संवेदनशीलता नहीं बढ़ रही है। दून शहर की बात करें तो यहां हालात सूबे के किसी भी अन्य शहर से अधिक चुनौतीपूर्ण होते जा रहे हैं। यहां सीपीयू और ट्रैफिक पुलिस की लगातार कार्रवाई के बावजूद यातायात नियम की धज्जियां उड़ रही हैं। पिछले पांच महीनों के दौरान हुई कार्रवाई पर नजर डालें तो पता चलता है कि मोबाइल पर बात करते समय गाड़ी चलाने वाले सवा पांच हजार से अधिक लोगों के चालान हो चुके हैं। वहीं हेलमेट की बात करें तो अकेले चलने वाले मोटरसाइकिल सवार को भी हेलमेट बोझ लगता है। अधिकांश तो हेलमेट सिर पर तब रखते हैं, जब सामने उन्हें कोई पुलिसवाला दिख जाता है।

नैनीताल हाई कोर्ट ने भले ही कठोर रुख अख्तियार करते हुए गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात करने को गंभीरता से लेते हुए लाइसेंस रद करने का आदेश दिया है। लेकिन, हकीकत यह है कि यातायात नियमों का पालन कराना आसान नहीं है। आंकड़े इस हकीकत की पुष्टि भी करते …

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अमित शाह ने शांतिकुंज प्रमुख डॉ प्रणव पंड्या से आम चुनाव में मांगा समर्थन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड के प्रति खास लगाव। ऐसे में राज्य की पांचों लोकसभा सीटों पर अपना कब्जा बरकरार रखने को भाजपा नेतृत्व अलर्ट है। इसमें किसी भी स्तर पर ढील न हो, लिहाजा प्रदेश में सरकार से लेकर पार्टी संगठन के पेच कसने को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह खुद रविवार को अंतरिम राजधानी देहरादून में पहुंचे। जौलीग्रांट एयरपोर्ट में प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट सहित पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया। एयरपोर्ट के अंदर स्थित स्टेट गेस्ट हाउस में उन्‍होंने मुख्यमंत्री व पार्टी पदाधिकारियों के साथ चाय के साथ वार्ता की। इसके बाद वह हरिद्वार के भूपतवाला में बनाए गए अस्थाई हेलीपैड पर पहुंचे, जहां से उनका काफिला शांतिकुंज के लिए रवाना हो गया। शांतिकुंज पहुंच कर उन्‍होंने पंडित आचार्य श्रीराम शर्मा और माता भगवती देवी शर्मा की संयुक्त समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद अबोवे बैटरी चालित रिक्शा से वह गायत्री मंदिर की ओर प्रस्थान किया। शाह की क्लास के लिए प्रदेश भाजपा का होमवर्क यह भी पढ़ें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अमित शाह रविवार को दून में कुल साढ़े चार घंटे के अपने कार्यक्रम के दौरान चार बैठकें लेंगे। रविवार सुबह साढ़े दस बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे। दोपहर दो बजे सर्वे चौक स्थित आइआरडीटी सभागार में सोशल मीडिया वालंटियर सम्मेलन को संबोधित कर पार्टी कार्यकर्ताओं को बदली परिस्थितियों में सोशल मीडिया में सक्रिय होने के गुर सिखाएंगे। इसके बाद शाह फिर बीजापुर अतिथिगृह जाएंगे। वहां वह अनुसूचित जाति के प्रमुखजनों के साथ संवाद करेंगे। इसके बाद वह शाम साढ़े पांच बजे वह लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक लेंगे। उत्तराखंड सरकार के कामकाज की समीक्षा करेंगे अमित शाह यह भी पढ़ें शांतिकुंज प्रमुख डॉ प्रणव पंड्या से आम चुनाव में मांगा समर्थन शांतिकुंज प्रमुख डॉ प्रणव पंड्या ने बताया भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने उनसे वर्ष 2019 फरवरी-मार्च में होने वाले आम चुनाव में समर्थन मांगा और गायत्री परिवार के पूरे देश में पहले साधकों की संख्या जाने नहीं चाहिए। डॉक्टर प्रणव पंड्या ने बताया कि इस वक्त देश में सीधे तौर पर करीब 15 करोड़ साधक गायत्री परिवार से जुड़े हुए हैं, जबकि अब अप्रत्यक्ष तौर पर इनकी संख्या करीब 25 करोड़ है। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को अपना समर्थन देने का आश्वासन दिया। साथ ही अपने साधकों को सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों का आकलन करते हुए स्वयं विवेक से वोट देने की अपील की बताया की। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें केंद्र सरकार की नीतियों और उपलब्धियों का विस्तार से जानकारी दें और उसे संबंधित पुस्तक भी भेंट की। अमित शाह दून पहुंचकर भाजपा नेताओं की लेंगे क्लास, युवा मोर्चा करेगा स्वागत यह भी पढ़ें ब्रेकिंग अपडेट हरिद्वार अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉक्टर प्रणव पंड्या ने मोदी सरकार के कामकाज पर संतुष्टि जाहिर की और कहा कि उन्हें अभी काम करने का और मौका मिलना चाहिए। कहा कि पांच साल का समय उनके द्वारा किए जाने वाले कार्यों के लिए कम है। कहा उन्हें और मौका दिया जाना चाहिए। गंगा की स्वच्छता को लेकर नमामि गंगे अभियान की सफलता पर असंतुष्टि जताई कहा यह केवल 25 फीसद ही सफल रहा, जबकि शांतिकुंज का अभियान 80 से 90 फीसद तक सफल है। उन्होंने गंगा की स्वच्छता के लिए पूरी निष्ठा और इमानदारी से काम करने की आ सकता का आह्वान किया। डॉ प्रणव पंड्या ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने उनसे केंद्र सरकार के कामकाज और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की। उन्हें सरकार के कार्यों और उपलब्धियों के बारे में बताया तथा इस विषय में पुस्तक भेंट की। उन्होंने सरकार के लिए समर्थन मांगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड के प्रति खास लगाव। ऐसे में राज्य की पांचों लोकसभा सीटों पर अपना कब्जा बरकरार रखने को भाजपा नेतृत्व अलर्ट है। इसमें किसी भी स्तर पर ढील न हो, लिहाजा प्रदेश में सरकार से लेकर पार्टी संगठन के पेच कसने को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह …

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गोरखपुर और कौशांबी में सड़क दुर्घटनाओं में 12 की मौत, तीन दर्जन घायल

सोनौली हाइवे पर महराजगंज जिले के कोल्हुई कस्बे के समीप सड़क किनारे खड़े ट्रक से शनिवार की रात एक मैजिक भिड़ गईं। इस दुर्घटना में मैजिक सवार छह जायरीनों की मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल 12 लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। सभी लोग किछौछा दरगाह (अंबेडकर नगर जिला) पर चादर चढ़ा कर कोल्हुई आ रहे थे। इस दौरान मैजिक चालक को झपकी आने से यह दुर्घटना हो गई।वहीं कौशांबी में बरात लेकर जा रही बस पलटने से छह लोगों की मौत की जानकारी हुई है। जबकि बस में सवार दो दर्जन लोग घायल हो गये। जानकारी के मुताबिक किछौछा मजार पर चादर चढ़ा कर 17 जायरीन मैजिक से कोल्हुई व निचलौल स्थित अपने घर आ रहे थे। मैजिक अभी कोल्हुई कस्बे में पहुंचने वाली थी कि सड़क किनारे खड़े ट्रक से भिड़ गई। जिसके चलते हुसेन पुत्र सुजान 30 वर्ष की मौके पर ही मौत हो गई,जबकि मैजिक में सवार ड्राइवर समेत 17 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। देर रात हुई भीषण दुर्घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को मैजिक से निकाल रात में जिला अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में इलाज के दौरान रविवार की भोर में करीब 3.45 बजे रिजवाना पुत्री सुजान 16 वर्ष, नजरुनिशा पत्नी सुजान 50 वर्ष, व शबीबुनिशा 50 वर्ष पत्नी रुआबुल्लाह अंसारी थाना निचलौल की मौत हो गई। जब कि 14 घायलों को चिकित्सकों ने गोरखपुर मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे दुर्घटना में मृत छात्रों के शव पहुंचे गांव, व‍िद्यालय प्रबंधन पर मुकदमा यह भी पढ़ें मेडिकल कालेज में मजीदुन्निशा 35 वर्ष व शबीना पुत्री बिलाल अहमद निवासी बिले पार्ले मुम्बई 21 वर्ष की मौत हो गई। 12 घायलों को परिजनों द्वारा गोरखपुर मेडिकल कालेज सहित विभिन्न प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इनमें शबाना 17 वर्ष , रुखसाना 25 वर्ष, जावेद 28 वर्ष छोटू 20 वर्ष की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमर्टम के लिए भेज दिया है। सड़क हादसे में फार्मासिस्ट की मौत हाईवे पर ट्रक से भिड़ी मैजिक, पांच जायरीन की मौत, 13 घायल यह भी पढ़ें चित्रकूट की कर्वी कोतवाली अंतर्गत ब्यूर इलाके में रविवार को सड़क हादसे में फार्मासिस्ट अभिशेष सिंह पुत्र राज बहादुर सिंह की मौत हो गई। बाइक से घर लौट रहे थे। इसी बीच निर्माणाधीन पुलिया के पास घटना हुई। घटनास्थल पर काफी देर तक किसी के न पहुंचने के कारण ज्यादा खून बहने से दम तोड़ दिया। यूपी-100 पुलिस टीम ने अस्पताल पहुंचाया पर मृत घोषित कर दिया। मृतक शिवरामपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात थे। खड़ी डीसीएम से टकराई बस, एक यात्री की मौत, छह घायल उन्नावः लखनऊ-बांगरमऊ मार्ग पर आसीवन थाना क्षेत्र बारीथाना के पास सड़क के किनारे खड़ी डीसीएम में दिल्ली से लखनऊ जा रही रोडवेज बस में टक्कर मार दी। दुर्घटना में दिल्ली से अपने घर औरास थाना क्षेत्र के गांव मोहनखेडा जा रहे अशोक (22) पुत्र रामपाल की मौत हो गई जबकि औरास थाना क्षेत्र के गांव धानमऊ निवासी श्रीमती पत्नी शिशुपाल सुशांत (5), सुमित (3) और परसौरा निवासी ईश्वरी पुत्र रामभजन के साथ आसीवन के गांव टिकरा निवासी जगनू पुत्र शिवबरन घायल हो गए। हालत गंभीर होने से श्रीमती और उनके बेटे सुशांत के साथ जगनू को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। गोरखपुर में बस और कार की टक्कर में तीन की मौत, 12 घायल यह भी पढ़ें बस ने पानी के टैकर में मारी टक्कर, एक की मौत उन्नावः आगरा एक्सप्रेस-वे पर रविवार सुबह औरास के लोधाटिकुर गांव सामने एक तेज रफ्तार निजी बस ने पानी के टैंकर में पीछे से टक्कर मार दी। दुर्घटना में टैंकर चालक महेंद्र प्रताप (28) पुत्र रामभरोसे निवासी जिलई थाना किशनी जनपद मैनपुरी की मौत हो गई। महेंद्र इटावा से पानी का टैंकर लेकर लखनऊ जा रहा था। हादसे के बाद बस चालक भाग निकला, जबकि बस के कई यात्रियों को भी हल्की चोटें आईं। पुलिस ने बस यात्रियों को दूसरे साधनों से लखनऊ भिजवा कर बस को कब्जे में ले लिया। मृतक के भाई राजेश ने थाने पहुंच कर भाई के शव की पहचान की और अज्ञात बस चालक के खिलाफ तहरीर दी है। टायर फटने से बाइक बेकाबू हो गिरी, पत्नी की मौत, पति बच्चा घायल उन्नाव: लखनऊ कानपुर हाईवे पर तेज रफ्तार बाइक टायर फटने से बेकाबू हो पलट गई हादसे में लखनऊ के आशियाना मोहल्ला निवासी महिला की मौत हो गई, जबकि बाइक चला रहा पति और 5 साल का बच्चा घायल हो गया। आशियाना मोहल्ला निवासी हरिपाल 33 पुत्र अमोल शनिवार रात अपनी पत्नी किरण 30 और 5 साल के बेटे विनय के साथ मांगलिक कार्यक्रम ने शरीक होने शहर के मोहल्ला कब्बाखेड़ा स्थित गेस्ट हाउस आ रहे थे। हाईवे पर दही चौकी के पास बाइक का टायर फट गया, जिससे बाइक बेकाबू हो गिर गई। सिर में गंभीर चोट आने से किरन की मौत हो गई। पति और बच्चा घायल हो गया। दोनो को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सोनौली हाइवे पर महराजगंज जिले के कोल्हुई कस्बे के समीप सड़क किनारे खड़े ट्रक से शनिवार की रात एक मैजिक भिड़ गईं। इस दुर्घटना में मैजिक सवार छह जायरीनों की मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल 12 लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। सभी लोग …

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तन्वी सेठ पासपोर्ट मामले के चश्मदीद गवाह कुलदीप के अपहरण से हड़कंप

अनस-तन्वी पासपोर्ट मामले में खुद को चश्मदीद गवाह बताने वाले कुलदीप सिंह के अपहरण की खबर से सनसनी मच गई। कुलदीप सिंह ने बताया कि लखनऊ के जानकीपुरम एक्सटेंशन से शनिवार दोपहर स्कार्पियो सवार कुछ अज्ञात लोगों ने उन्हें अगवा कर लिया।कुलदीप के मुताबिक वे लोग उसे लखीमपुर के रास्ते नेपाल ले जा रहे थे, लेकिन इस दौरान वह अपहर्ताओं को चकमा देकर लखीमपुर की संसारपुर पुलिस चौकी पहुंचा। बता दें पासपोर्ट मामले में कुलदीप सिंह खुद को चश्मदीद गवाह बता रहा है। इसी मामले में वह शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस करने वाला था। कुलदीप के अनुसार, शनिवार दोपहर करीब 2.15 बजे उसे किडनैप कर लिया गया। खीरी में मैलानी थानाक्षेत्र में किडनैपर्स से छूट कर वह भाग निकला। कुलदीप का कहना लखनऊ से पुलिस टीम उसे लेने पहुंच रही है. View image on Twitter View image on Twitter ANI UP ✔ @ANINewsUP Kuldeep, a person claiming to be the eyewitness in the interfaith couple passport case has surfaced, he is supporting the RPO, he has also said an abduction attempt was made on him. All this is totally unconfirmed right now and we are looking into it: Deepak Kumar,SSP Lucknow 11:47 AM - Jun 24, 2018 190 109 people are talking about this Twitter Ads info and privacy वहीं लखनऊ पुलिस ने तन्वी सेठ के पासपोर्ट की जांच एलआईयू से कराने के निर्देश दिए हैं। पुलिस के मुताबिक तन्वी सेठ के नाम और स्थायी पते की जांच होगी। पासपोर्ट विवाद के तूल पकड़ने के बाद भले ही तन्वी सेठ को पासपोर्ट दे दिया गया हो, अगर एलआईयू जांच में गड़बड़ी पाई गई तो तन्वी सेठ का पासपोर्ट भी जब्त हो सकता है। गौरतलब है कि पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा पर आवेदक तन्वी सेठ ने बदसलूकी का आरोप लगाया था। तन्वी सेठ के मुताबिक, बुधवार को जब वह अपना आवेदन लेकर विकास मिश्रा के पास गई तो उन्होंने मुस्लिम से शादी करने को लेकर निजी कमेंट किए। तन्वी सेठ का आरोप है कि जब उन्होंने इसका विरोध किया तो विकास मिश्रा ने उनके साथ बदसलूकी भी की। छुट्टी के दिन खुला पासपोर्ट कार्यालय, विदेश मंत्रालय भेजी तन्वी प्रकरण की रिपोर्ट यह भी पढ़ें तन्वी सेठ ने इस पूरे मामले की शिकायत ट्विटर के जरिये विदेश मंत्रालय से की थी। घटना की जानकारी मिलते ही विदेश मंत्रालय ने तुरंत कार्रवाई कर लखनऊ कार्यालय से रिपोर्ट मांगी थी, जिसके बाद विकास मिश्रा का तबादला गोरखपुर करने के साथ आनन-फानन में तन्वी सेठ और अनस सिद्दीकी का पासपोर्ट जारी कर दिया गया था। राजेश साहनी मौत मामले में एडीजी ने एटीएस मुख्यालय में की जांच, सीबीआइ जांच का इंतजार यह भी पढ़ें वहीं विकास मिश्रा ने गुरुवार को ही मीडिया के सामने तन्वी सेठ द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन किया। उन्होंने कहा था कि तन्वी सेठ गलत तरीके से अपने पति का नाम पासपोर्ट में शामिल कराना चाहती थीं, जिस निकाहनामे को आधार बनाकर वह यह दावा कर रहीं थीं, उसमें उनका नाम 'सादिया अनस' लिखा हुआ था।

अनस-तन्वी पासपोर्ट मामले में खुद को चश्मदीद गवाह बताने वाले कुलदीप सिंह के अपहरण की खबर से सनसनी मच गई। कुलदीप सिंह ने बताया कि लखनऊ के जानकीपुरम एक्सटेंशन से शनिवार दोपहर स्कार्पियो सवार कुछ अज्ञात लोगों ने उन्हें अगवा कर लिया।कुलदीप के मुताबिक वे लोग उसे लखीमपुर के रास्ते …

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योगी के मंत्री ने बेटे की शादी के प्रीतिभोज के लिये उठाया फावड़ा, बनायी सड़क

योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने शनिवार को अपने दोनों बेटों के साथ सड़क बनाने के लिये फावड़ा उठा लिया। कैबिनेट मंत्री को सड़क बनाने के लिए मिट्टी फेंकते देख गांव के लोग भी जुट गए। कुछ लोगों ने इसकी तस्वीरें खींचकर सोशल मीडिया पर डाल दीं। बताया जा रहा है कि सड़क बनाने के लिए छह महीने पहले प्रस्ताव भेजने के बाद भी अब तक कोई काम नहीं होने पर कैबिनेट मंत्री फावड़ा उठाने के लिए मजबूर हुए। बताते चलें कि कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के बड़े बेटे अरविंद राजभर की 21 जून को शादी हुई है। 24 जून को वाराणसी में फतेहपुर खौदा स्थित कैबिनेट मंत्री के निवास स्थान पर प्रीति भोज का कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कई वीवीआईपी पहुंचने वाले हैं। गांव पर प्रीति भोज के कार्यक्रम को देखते हुए ही ओमप्रकाश राजभर ने करीब छह महीने पहले 500 मीटर सड़क बनाने के लिए प्रस्ताव दिया था। बताया जा रहा है कि अब एक दिन बाद जबकि प्रीति भोज का कार्यक्रम है, अभी तक इस दिशा में कोई काम नहीं हुआ है। यही वजह है कि नाराज कैबिनेट मंत्री अपने दोनों बेटों के साथ खुद फावड़ा लिए सड़क बनाने में जुट गए। काशीपुराधिपति को प्रणाम कर धर्मपथ पर बढ़े योगी आदित्यनाथ के कदम यह भी पढ़ें यूपी सरकार में शामिल होने के बावजूद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर लगातार बीजेपी और योगी सरकार पर निशाना साधते रहे हैं। योग दिवस के मौके पर भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होने के सवाल पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा था कि उनके पास करने के लिए इससे भी बेहतर कई चीजें थीं।

योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने शनिवार को अपने दोनों बेटों के साथ सड़क बनाने के लिये फावड़ा उठा लिया। कैबिनेट मंत्री को सड़क बनाने के लिए मिट्टी फेंकते देख गांव के लोग भी जुट गए। कुछ लोगों ने इसकी तस्वीरें खींचकर सोशल मीडिया पर डाल दीं। बताया …

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कॉर्बेट पार्क ही नहीं, अब उत्तराखंड के हर फॉरेस्ट रेस्ट हाउस में रुकना होगा महंगा

उत्तराखंड में वन विश्राम भवनों (फॉरेस्ट रेस्ट हाउस) में ठहरना अब महंगा होगा। इसकी दरों में दो से ढाई गुना तक बढ़ोतरी हो सकती है। कार्बेट टाइगर रिजर्व में की गई ऐसी पहल के बाद प्रदेश के सभी वन विश्राम भवनों के मामले में भी सरकार ने ऐसा करने की ठानी है। वन मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत ने प्रमुख मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) को इसका प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि फॉरेस्ट रेस्ट हाउसों का ठीक से रखरखाव नहीं हो पा रहा, ऐसे में नई दरों का निर्धारण करना जरूरी है। राज्यभर में वन विश्राम भवनों की संख्या 350 के लगभग है और इनमें एक रात्रि ठहरने का शुल्क भारतीयों के लिए 250 से 5000 रुपये और विदेशियों के लिए पांच सौ से 12 हजार रुपये तक है। पिछले कई सालों से इनकी दरों में इजाफा नहीं हुआ है, जबकि दरों में वृद्धि की बात लंबे अर्से से चल रही है। इस बीच बीती सात मई को हुई टाइगर कंजर्वेशन फाउंडेशन फॉर कार्बेट टाइगर रिजर्व की शासी निकाय की बैठक में इस रिजर्व के अंतर्गत आने वाले वन विश्राम भवनों के लिए दरों में दो से ढाई गुना वृद्धि का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया। इस बारे में शासनादेश होना बाकी है। माना जा रहा कि कार्बेट में इस साल 15 नवंबर को पार्क खुलने के बाद वहां नई दरें लागू हो जाएंगी। उत्तराखंड में पौधरोपण पर करोड़ों खर्च, नतीजा फिर भी सिफर यह भी पढ़ें अब इसी तर्ज पर प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में वन विश्राम भवनों के शुल्क की दरों में बढ़ोतरी का निश्चय किया गया है। वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत ने कहा कि विभाग के तमाम रेस्ट हाउस ऐतिहासिक हैं। इनमें कई आजादी से पहले के बने हैं। ठहरने को शुल्क की दरें कम होने के कारण इनका रखरखाव ठीक से नहीं हो पा रहा है। ऐसे में शुल्क की दरों में बढ़ोतरी समय की मांग है। डॉ. रावत ने कहा कि शुल्क की नई दरों के संबंध में पीसीसीएफ जय राज को प्रस्ताव तैयार करने को कहा गया है। इसमें इस बात का ख्याल रखने को कहा गया है कि स्कूली बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों को कुछ छूट भी दी जाए। उन्होंने कहा कि शुल्क की दरें बढ़ने से होने वाली आय वन विश्राम भवनों के रखरखाव पर खर्च करने के साथ ही वहां अन्य सुविधाएं जुटाने पर खर्च की जाएगी।

उत्तराखंड में वन विश्राम भवनों (फॉरेस्ट रेस्ट हाउस) में ठहरना अब महंगा होगा। इसकी दरों में दो से ढाई गुना तक बढ़ोतरी हो सकती है। कार्बेट टाइगर रिजर्व में की गई ऐसी पहल के बाद प्रदेश के सभी वन विश्राम भवनों के मामले में भी सरकार ने ऐसा करने की …

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अपनों से मिली बेरुखी, गैरों ने संवारी सूरत, दामन में छिपे हैं कई ऐतिहासिक पल

विश्व गणतंत्र की जननी वैशाली अपने इतिहास के उज्जवल धरोहर को अपनी आगोश में छिपाए आज भी सिसक रही है। विकास के नाम पर यहां के लोगों को दंश के सिवा कुछ नहीं मिला। हर मामले में पिछड़ा यह इलाका आज भी सर्वांगिण विकास की बाट जोह रहा है। वैशाली में बैठ कर यह कल्पना करना भी कठिन जान पड़ता है कि ढाई हजार वर्ष पूर्व पहले यह नगरी संपन्न और प्रभावशाली गणराज्य की राजधानी थी। 23 अप्रैल 1956 को तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के वैशाली में कहे गए शब्द यहां के आम लोगों की जिंदगी को देखकर ही कहे गए थे। भारत सरकार एवं बिहार सरकार के मंत्रियों द्वारा कितनी घोषणाएं की गयी अब यहां के लोग भूल गए हैं। उपेक्षा का दंश झेल रही वैशाली आज भी मजदूरों के पलायन, शिक्षा की बद से बदतर स्थिति, सिंचाई सुविधाओं का घोर अभाव, स्वास्थ्य व शुद्ध पेयजल के लिए मुहताज है। उद्योग के नाम पर यहां कुछ भी नहीं है। इसे वैशाली का दुर्भाग्य कहें या यहां के लिच्छवियों के पतन की अंतिम कहानी। बिहार के विकास में मददगार बनेगा जापान, पर्यटन को देगा बढ़ावा यह भी पढ़ें विश्व को गणतंत्र देने वाली वैशाली का आध्यात्मिक, सांस्कृतिक इतिहास और भी पुराना है। स्वयं नारायण ने बामण अवतार लेकर राजा बली से तीन पग भूमि यहीं मांगी थी। स्वयंवर में भाग लेने जनकपुर जाने के क्रम में भगवान राम अपने गुरु विश्वामित्र एवं अनुज लक्ष्मण के साथ यहां वैशाली का आतिथ्य स्वीकार किया था। यहीं अलार कलाम के आश्रम में भगवान बुद्ध ने सांख्य दर्शन की शिक्षा पाई थी। राजधानी पटना में शराब के साथ दो चीनी नागरिक गिरफ्तार, सात हिरासत में यह भी पढ़ें विदेशियों ने वैशाली को संवारा यहां अब तक हुए विकास में विदेशियों का योगदान कहीं अधिक है। बौद्ध देश जापान के सहयोग से यहां भव्य शांति स्तूप का निर्माण हुआ। कई देशों की भक्त मॉनेस्ट्री वैशाली के सौंदर्य को बढ़ाने का काम किया। रैलिक स्तूप, सुंदर उद्यान जहां विदेशी सहयोग से फलीभूत हुआ। वहीं जैन संप्रदाय के लोगों ने उनकी जन्मस्थली बासोकुंड में भव्य मंदिर एवं मूर्ति का निर्माण कराया। उद्धारक की बाट जोह रहे ऐतिहासिक स्थल वैशाली की राजनर्तकी आम्रपाली का गांव अंबारा, बावन पोखर, सूफी संत मिलन साह का मजार, चौमुखी महादेव, अलार कलाम का आश्रम, जंगली मठ, विमलकृति सरोवर ऐसे दर्जनों ऐतिहासिक स्थल हैं जिन्हें देखने के लिए देश-विदेश के पर्यटक आते हैं। इन स्थलों का हाल देखकर वे सरकार और उसकी व्यवस्था को कोसते हुए चले जाते हैं।

विश्व गणतंत्र की जननी वैशाली अपने इतिहास के उज्जवल धरोहर को अपनी आगोश में छिपाए आज भी सिसक रही है। विकास के नाम पर यहां के लोगों को दंश के सिवा कुछ नहीं मिला। हर मामले में पिछड़ा यह इलाका आज भी सर्वांगिण विकास की बाट जोह रहा है। वैशाली …

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EXCLUSIVE : भय्यू महाराज मामला , विवादित जमीन के सौदागर भी थे सेवादार!

भय्यू महाराज (उदयसिंह देशमुख) आत्महत्या केस में नई जानकारी सामने आई है। जो सेवादार, कंस्ट्रक्शन व्यवसायी महाराज को बार-बार कॉल कर रहे थे उनकी भूमिका संदिग्ध है। कुछ पर जमीन और स्टांप हेराफेरी का शक है, जिसकी डीजीपी द्वारा गोपनीय जांच करवाई जा रही है। 50 वर्षीय भय्यू महाराज की आत्महत्या के पीछे पुलिस ने भले ही पारिवारिक कलह बताई हो लेकिन पर्दे के पीछे कुछ और ही कथा छुपी हुई है। जानकार बताते हैं कि भय्यू महाराज के कुछ करीबी रियल इस्टेट और जमीनों की खरीद-फरोख्त करने लगे थे। वे उनसे जुड़े बड़े कारोबारियों को भी विवादित जमीनों को सस्ती बताकर सौदा करवा देते थे। कुछ समय पूर्व उनके कहने पर मुंबई की चिटफंड कारोबारी (महिला) ने भी बैतूल में करोड़ों रुपए कीमती जमीन खरीदी थी। बताते हैं कि सौदे में कंस्ट्रक्शन व्यवसायी मनमीतसिंह अरोरा (सिल्वर स्प्रिंग), सेवादार अमोल चौहान (पुणे) आदि की अहम भूमिका रही है। महिला का आरोप है कि इस जमीन की रजिस्ट्री में स्टांप की हेराफेरी की गई। जैसे ही महिला कारोबारी को इसका पता चला उसने कर्मचारी विलास आर. रासम निवासी कल्पना हनुमान मंदिर के पास सोपरा गांव ठाणे (महाराष्ट्र) के जरिए सभी के खिलाफ डीपीजी ऋषिकुमार शुक्ला को शिकायत करवा दी। शिकायत में कहा गया कि घोटाले में संगठित गिरोह का हाथ है। मामला हाईप्रोफाइल होने पर डीजीपी ने टीम गठित की और शिकायत (167/17) पंजीबद्ध कर ली। घोटाले की जांच सीबीआई से लौटे निरीक्षक को सौंपी गई। निरीक्षक ने शिकायतकर्ता और आरोपितों को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए तलब किया। बताया यह भी जाता है कि उक्त महिला कारोबारी के करोड़ों रुपए विदेश में फंसे हुए थे। भय्यू महाराज ने यह राशि वसूलने के लिए भी महिला की मदद की थी। मनमीत अरोरा और अमोल से हो रही थी लंबी बातचीत - पुलिस ने पहले परिवार के सदस्यों और कुछ सेवादारों के बयान लेकर मामले से पल्ला झाड़ लिया था। नईदुनिया ने संदेहियों की कॉल डिटेल और उनके बीच हुई बातचीत का खुलासा किया और बताया कि मनमीत अरोरा व अमोल चौहान घटना के दो दिन पूर्व से लगातार कॉल कर रहे थे। भय्यू महाराज इनसे हुई बातचीत के बाद तनाव में आ जाते थे। वह कभी वॉशरूम तो कभी बंद कार में बात करते थे। सीएसपी ने प्रमुख संदेही मनमीत अरोरा, अमोल चौहान से पूछताछ की। सीएसपी के मुताबिक जमीनों में हुए निवेश की जानकारी मिली है। संदेहियों से दोबारा पूछताछ कर ली जाएगी। कभी नहीं किए व्यावसायिक सौदे - राजा बड़जात्या के मुताबिक उनका मुख्य काम वकालत है। उनकी सूर्योदय (आश्रम) और महाराज के प्रति आस्था है। उन्होंने महाराज से कभी व्यावसायिक सौदे नहीं किए। जो जानकारी पता थी वह पुलिस को बता दी। पुलिस जांच पर विश्वास है। सेवादारों ने छुपा लिया महा'राज - पुलिस ने भी मान लिया पुलिस ने राजा बड़जात्या, अमोल चौहान और मनमीत अरोरा से पूछताछ की तो उन्होंने कुहू (बेटी) और डॉ. आयुषी (पत्नी) के बीच चल रही लड़ाई ही मुख्य वजह बताई और जमीनों में किए निवेश व मुंबई की महिला कारोबारी के संपर्क सूत्रों को छुपा लिया। जांच अधिकारी सीएसपी मनोज रत्नाकर ने फौरी तौर पर बयान लिए। भय्यू महाराज की सास रानी शर्मा के मुताबिक पारिवारिक झगड़ा तो सेवादार और पुलिस की उपज है। भय्यू महाराज का डॉ. आयुषी से बेहद लगाव था। वह उसके कारण आत्महत्या नहीं कर सकते। कुछ वजह है जो उनसे भी छुपाई जा रही है। रानी ने मामले की जांच कर संदेहियों पर कार्रवाई की मांग की है।

भय्यू महाराज (उदयसिंह देशमुख) आत्महत्या केस में नई जानकारी सामने आई है। जो सेवादार, कंस्ट्रक्शन व्यवसायी महाराज को बार-बार कॉल कर रहे थे उनकी भूमिका संदिग्ध है। कुछ पर जमीन और स्टांप हेराफेरी का शक है, जिसकी डीजीपी द्वारा गोपनीय जांच करवाई जा रही है। 50 वर्षीय भय्यू महाराज की …

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