“उत्तर प्रदेश सरकार और जापान के यामानाशी प्रीफेक्चर के बीच व्यापार, निवेश और सांस्कृतिक सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण एमओयू साइन किया गया। सीएम योगी और जापानी गवर्नर इस ऐतिहासिक मौके के गवाह बने।”
लखनऊ।उत्तर प्रदेश सरकार और जापान के यामानाशी प्रीफेक्चर के बीच व्यापार, निवेश और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक ऐतिहासिक समझौता (एमओयू) साइन किया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जापान के यामानाशी प्रीफेक्चर के गवर्नर मौजूद थे।
साझेदारी के उद्देश्य:
यह एमओयू उत्तर प्रदेश और यामानाशी प्रीफेक्चर के बीच आर्थिक, सांस्कृतिक और तकनीकी सहयोग को मजबूत करने का लक्ष्य रखता है। इसके तहत दोनों क्षेत्रों में निवेश को प्रोत्साहन, व्यापारिक आदान-प्रदान, कृषि, स्वास्थ्य, और पर्यावरणीय स्थिरता जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ेगा।
एमओयू के मुख्य बिंदु:
- व्यापार और निवेश:
जापानी कंपनियों को उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आकर्षित करना और स्थानीय उद्यमों को यामानाशी प्रीफेक्चर में व्यापार के अवसर प्रदान करना। - कृषि और तकनीकी सहयोग:
कृषि उत्पादन, स्मार्ट तकनीक, और जल संरक्षण के क्षेत्रों में संयुक्त परियोजनाओं पर काम करना। - सांस्कृतिक संबंध:
दोनों क्षेत्रों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना, जिससे नागरिकों के बीच संबंध मजबूत हों। - स्वास्थ्य और शिक्षा:
हेल्थकेयर सुविधाओं के सुधार और शैक्षणिक क्षेत्र में नई तकनीकों के उपयोग पर फोकस। - पर्यावरणीय स्थिरता:
हरित ऊर्जा, अपशिष्ट प्रबंधन और प्रदूषण नियंत्रण के लिए साझा परियोजनाएं।
CM योगी का वक्तव्य:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस समझौते को एक “ऐतिहासिक पहल” करार दिया। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश और जापान के बीच यह साझेदारी राज्य के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। यह हमारे व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करेगी।”
जापानी गवर्नर का बयान:
यामानाशी प्रीफेक्चर के गवर्नर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश और सहयोग के लिए अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयासों की सराहना की और दोनों क्षेत्रों के लिए इस साझेदारी को फायदेमंद बताया।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल