“वाराणसी में स्वर्वेद महामंदिर के शताब्दी समारोह में सीएम योगी ने कहा- सच्चा संत कभी चुप नहीं बैठ सकता। काशी का विकास, राम मंदिर का उद्घाटन और महाकुंभ की तैयारी पर बोले।”
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को वाराणसी में स्वर्वेद महामंदिर के विहंगम योग संत समाज के शताब्दी समारोह में भाग लिया। अपने संबोधन में उन्होंने संत समाज और धर्म के महत्व पर बल देते हुए कहा कि सच्चा संत कभी हाथ पर हाथ रखकर शांत नहीं बैठ सकता।
सीएम योगी की प्रमुख बातें
500 सालों का इंतजार समाप्त हुआ
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “यह वर्ष हमारे लिए ऐतिहासिक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 22 जनवरी 2024 को 500 सालों का इंतजार समाप्त हुआ। अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर में रामलला पुनः विराजमान हुए।” उन्होंने महाकुंभ 2025 के महत्व पर भी चर्चा की और कहा कि प्रयागराज का महाकुंभ हमारी सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है।
काशी का नया स्वरूप
सीएम योगी ने वाराणसी के विकास कार्यों की सराहना करते हुए कहा, “आज काशी एक नई काशी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काशी के घाटों, मंदिरों और इन्फ्रास्ट्रक्चर का कायाकल्प हुआ है। नमो घाट देश और दुनिया का सबसे बड़ा घाट है, जहां हेलीपैड भी है।”
संत समाज का संदेश
मुख्यमंत्री ने संत समाज से आह्वान करते हुए कहा, “हर कार्य देश और सनातन धर्म के नाम पर होना चाहिए। सच्चा संत देश और समाज की परिस्थितियों के प्रति उदासीन नहीं हो सकता।”
स्वर्वेद महामंदिर की पूजा-अर्चना
कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने स्वर्वेद महामंदिर में पूजा-अर्चना की और संत समाज का आशीर्वाद लिया। उन्हें मंदिर की प्रतीकात्मक प्रतिमा भी भेंट की गई।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल