लखनऊ। राजधानी में मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पांच कालीदास मार्ग का नजारा सोमवार को बदला-बदला नजर आया। वैसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बहुमत में आने के साथ ही यहां की फिजा बदल गयी थी ।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बंगला खाली करने के बाद उनकी तस्वीर आदि पहले ही यहां से हटा दिए गए थे, वहीं सोमवार को गोरखनाथ मन्दिर से आए पण्डितों ने मुख्यमंत्री के सरकारी आवास में पूजा-पाठ की। सीएम आवास के गेट के बाहर पण्डितों ने शुभ-लाभ लिखा और स्वस्तिक भी बनाया।
मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर महन्त योगी आदित्यनाथ के प्रवेश से पहले वैदिक आचार्य रामअनुज त्रिपाठी की अगुवाई में पांच सदस्यीय दल ने आवास का शुद्धिकरण किया गया।
यह लोग रविवार रात को ही राजधानी पहुंच गए थे। बताया जा रहा है कि 11 लीटर दूध से रुद्राभिषेक और हवन-पूजन किया गया। यह दूध भी गोरखपुर से लाया गया था, जो गोरक्षमठ की देशी गायों का था। इसके साथ ही सीएम के सरकारी आवास पर अब आदित्यनाथ योगी, मुख्यमंत्री लिखी हुई नेमप्लेट नजर आने लगी है।
गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से भाजपा सांसद हैं। सूबे की सियासत में पहली बार सन्यासी परम्परा का कोई व्यक्ति मुख्यमंत्री की कुर्सी पर पहुंचा है। वहीं इस वजह से अब पांच कालीदास मार्ग का माहौल धार्मिक गतिविधियों से केन्द्रित रहने की भी सम्भावना है।
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही योगी आदित्यनाथ ने सबका साथ सबका विकास के जरिए यूपी को आगे बढ़ाने की बात कही है। उन्होंने सभी मंत्रियों से पन्द्रह दिन के भीतर अपनी चल-अचल सम्पत्ति का ब्यौरा देने के निर्देश देकर भी तेवर अभी से दिखा दिए हैं। वहीं योगी आदित्यनाथ के आते ही शासन के वरिष्ठ अधिकारी भी अलर्ट हो गए हैं।
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