जांच में बड़ी खामियां पाई गईं, खाद विक्रेताओं में हड़कंप
कैसरगंज, बहराइच: बहराइच जिले के कैसरगंज तहसील में एक खाद दुकान के स्टॉक में खामियां पाए जाने के बाद उस दुकान का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया। यह कार्रवाई मंगलवार को की गई, जब एसडीएम (ज्वाइंट मजिस्ट्रेट) आलोक प्रसाद के नेतृत्व में कृषि विभाग की टीम ने खाद की दुकान का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान पाई गई खामियां:
बरखुरद्वारापुर क्षेत्र में स्थित जियाउद्दीन खाद बीज भंडार का निरीक्षण उपजिलाधिकारी आलोक प्रसाद, अपर जिला कृषि रक्षा अधिकारी और नायब तहसीलदार ब्रह्मादीन यादव द्वारा किया गया। इस दौरान जांच में कई खामियां पाई गईं।
स्टॉक और गोदाम में खाद की उपलब्धता के बारे में सही जानकारी नहीं दी गई और पीओएस (पॉइंट ऑफ सेल) मशीन के रिकॉर्ड और भौतिक स्टॉक में बड़ी गड़बड़ी सामने आई।
स्टॉक में पाए गए अंतर:
जांच में यह पाया गया कि जियाउद्दीन के गोदाम में एनपीके (नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश) की 61 बोरी, जिंक युक्त सिंगल सुपर फास्फेट की 108 बोरी और डीएपी (डायमोनियम फास्फेट) की 10 बोरी का स्टॉक पीओएस रिकॉर्ड से मेल नहीं खा रहा था। यह अंतर उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के नियमों का उल्लंघन था, जो खाद के स्टॉक और उनके सही वितरण को सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए हैं।
लाइसेंस निलंबित, स्पष्टीकरण मांगा गया:
इन गंभीर खामियों के बाद उपजिलाधिकारी आलोक प्रसाद ने खाद दुकान संचालक जियाउद्दीन का उर्वरक प्राधिकरण पत्र (लाइसेंस) निलंबित कर दिया और उनसे इन खामियों के बारे में स्पष्टीकरण मांगा। इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसे मामलों में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी ने दिए निर्देश:
इस कार्रवाई के बाद जिलाधिकारी मोनिका रानी ने सभी सहकारी और निजी उर्वरक दुकानों की जांच और स्टॉक निरीक्षण के लिए कड़े निर्देश दिए हैं। उन्होंने आदेश दिया कि जिले में संचालित सभी उर्वरक दुकानों का स्टॉक हफ्ते में दो बार जांचा जाए, ताकि किसी भी तरह के अनियमितता या अवैध गतिविधियों पर काबू पाया जा सके।
खाद विक्रेताओं में हड़कंप:
दुकान के लाइसेंस के निलंबन और इस तरह की सख्त कार्रवाई के बाद खाद विक्रेताओं में हड़कंप मच गया है। अब खाद दुकानदारों में डर बना हुआ है कि यदि वे किसी तरह की गड़बड़ी या अनियमितता करेंगे, तो उनकी दुकान भी बंद हो सकती है। यह कदम खाद विक्रेताओं को नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करेगा और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने में मदद करेगा।
यह कार्रवाई खाद की दुकानों में हो रही गड़बड़ियों और अनियमितताओं पर कड़ी नजर रखने के उद्देश्य से की गई है। जिले में खाद और उर्वरकों की सही उपलब्धता और वितरण सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन का यह कदम जरूरी माना जा रहा है, ताकि किसानों को सही समय पर सही मात्रा में खाद मिल सके और उर्वरकों का सही उपयोग हो सके।