नई दिल्ली: दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपनी पहली मुलाकात की। यह बैठक खास महत्व रखती है, क्योंकि यह आतिशी के मुख्यमंत्री बनने के बाद की पहली औपचारिक बातचीत थी। आतिशी ने मुख्यमंत्री का पद संभाला है, जब उनके पूर्ववर्ती अरविंद केजरीवाल ने शराब नीति से जुड़े विवाद के कारण इस्तीफा दिया था।
आतिशी, जो आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रमुख सदस्य हैं, ने अपने राजनीतिक करियर में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। उनके मुख्यमंत्री बनने के साथ ही, दिल्ली में राजनीतिक परिदृश्य में एक नया मोड़ आया है। केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी का पद ग्रहण करना, उनके नेतृत्व में पार्टी की नीतियों और दृष्टिकोण में बदलाव की संभावनाएं पैदा करता है।
हालांकि बैठक के विषयों की जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इसमें दिल्ली के विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई होगी। यह बैठक तब हुई है जब दिल्ली सरकार को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिनमें स्वास्थ्य सेवाओं का सुधार और राजधानी में बुनियादी ढांचे की कमी शामिल है।
दरअसल इस राजनीतिक खबरों का मानना है कि इस मुलाकात का दिल्ली की राजनीति पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच लंबे समय से राजनीतिक टकराव रहा है। इस बैठक के जरिए आतिशी और मोदी के बीच संवाद स्थापित करने की संभावना को देखा जा रहा है, जो दोनों पार्टियों के बीच सहयोग का एक नया रास्ता खोल सकता है।
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आतिशी और मोदी के बीच यह बैठक दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य में एक नई शुरुआत का संकेत हो सकती है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस बैठक से दिल्ली की समस्याओं का समाधान निकलता है या नहीं।
इस बैठक के बाद, आतिशी ने संवाददाताओं को बताया कि उनकी सरकार विकास और जनता के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “हम सभी मुद्दों पर खुली बातचीत के लिए तत्पर हैं।”
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