गाजीपुर: उत्तर प्रदेश के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने भ्रष्टाचार के आरोपों पर गाजीपुर जिले के जिला आबकारी अधिकारी (DEO) देवेंद्र जैन को निलंबित कर दिया है। यह कदम राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत उठाया गया है, जो भ्रष्टाचार और सरकारी कर्मचारियों की अनियमितताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की दिशा में है।
भ्रष्टाचार की शिकायत पर हुई जांच:
आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल को देवेंद्र जैन के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी, जिसके बाद मामले की प्रथम दृष्टिया जांच शुरू की गई। जांच के दौरान देवेंद्र जैन पर भ्रष्टाचार के आरोप सही पाए गए, जिसके बाद उन्हें तत्काल निलंबित करने का आदेश दिया गया। मंत्री ने इस मामले को गंभीरता से लिया और विभागीय अनुशासन बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया।
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आबकारी विभाग में बदलाव की उम्मीद:
मंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा, “हमारे विभाग में किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह निलंबन जीरो टॉलरेंस नीति के तहत लिया गया है, और आने वाले समय में ऐसे मामलों में और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।” मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि इस प्रकार की कार्यवाही से विभाग में सकारात्मक बदलाव आएगा और सरकारी कामकाज में पारदर्शिता बढ़ेगी।
मामले की आगे की कार्रवाई:
निलंबित अधिकारी देवेंद्र जैन के खिलाफ विभागीय जांच प्रक्रिया जारी रहेगी। आबकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि मामले की गहराई से जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर आगे की कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस निलंबन के बाद गाजीपुर जिला आबकारी विभाग में कर्मचारियों और अधिकारियों के बीच संदेश गया है कि भ्रष्टाचार को किसी भी हाल में सहन नहीं किया जाएगा और यदि कोई भी कर्मचारी इस तरह की गतिविधियों में लिप्त पाया जाएगा, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।