“नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसानों ने 5 प्रमुख मांगों को लेकर दिल्ली कूच की घोषणा की है। मुआवजे में वृद्धि, भूमि अधिकार और विकसित भूखंड जैसी मांगों को लेकर संसद का घेराव किया जाएगा।”
नई दिल्ली। नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसानों ने अपनी लंबित मांगों के समाधान के लिए एक बार फिर सड़कों पर उतरने का फैसला किया है। मुआवजे में वृद्धि, भूमि अधिग्रहण कानूनों में सुधार, और 10% विकसित भूखंड की मांग को लेकर हजारों किसान सोमवार को दिल्ली कूच करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में हो रहे इस आंदोलन का उद्देश्य संसद का घेराव कर अपनी आवाज को राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाना है।
किसानों की यह पहल लंबे समय से उपेक्षित मांगों को सरकार के सामने रखने का एक बड़ा प्रयास है। प्रदर्शन से दिल्ली-एनसीआर की यातायात व्यवस्था पर भारी प्रभाव पड़ने की संभावना है। दूसरी ओर, पुलिस और प्रशासन ने इस आंदोलन को नियंत्रित करने के लिए कड़े इंतजाम किए हैं।
किसानों का दिल्ली कूच: क्या हैं प्रमुख मांगें?
नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसान सोमवार, 2 दिसंबर को दिल्ली कूच करेंगे। हजारों किसान संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में महामाया फ्लाईओवर पर जुटेंगे और संसद का घेराव करेंगे।
प्रमुख मांगें:
- चार गुना मुआवजा: किसानों का कहना है कि भूमि अधिग्रहण पर उन्हें अन्य राज्यों की तरह बाजार मूल्य से चार गुना मुआवजा दिया जाए।
- सर्किल रेट में बढ़ोतरी: पिछले 10 वर्षों से सर्किल रेट में वृद्धि न होने के कारण किसान असंतोष व्यक्त कर रहे हैं।
- 10% विकसित भूखंड: भूमि अधिग्रहण के बदले किसानों को 10% विकसित भूखंड दिए जाने की मांग की जा रही है।
- भू-अधिग्रहण कानून का पालन: किसान चाहते हैं कि अधिग्रहण प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और कानूनी सुरक्षा प्रदान की जाए।
- यमुना प्राधिकरण के नियमों में सुधार: किसानों ने प्राधिकरण के नियमों और नीतियों में बदलाव की मांग की है।
बैठक असफल, किसान सड़कों पर:
रविवार को किसानों और प्रशासन के बीच 3 घंटे लंबी बैठक हुई, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। इसके बाद किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान किया।
प्रदर्शन के प्रभाव:
किसानों के प्रदर्शन के कारण नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और डीएनडी फ्लाईवे पर ट्रैफिक जाम की संभावना है। पुलिस ने महामाया फ्लाईओवर, चिल्ला बॉर्डर और अन्य मार्गों पर सुरक्षा बल तैनात किए हैं।
आने वाले प्रदर्शन:
6 दिसंबर को पंजाब और हरियाणा के किसान भी दिल्ली के लिए मार्च करेंगे।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल