तमिलनाडु के तिरुवन्नामलई जिले में रविवार देर शाम एक बड़ा भूस्खलन हुआ, जिससे एक पहाड़ी की निचली ढलान पर स्थित घरों को भारी नुकसान हुआ। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, इस भूस्खलन में दो परिवारों के सात लोग फंसे हुए हैं, जिनमें पांच बच्चे भी शामिल हैं। यह घटना चक्रवात फेंगल के कारण हुई भारी बारिश के प्रभाव से हुई, जिसने पूरे जिले को प्रभावित किया।
चट्टान के गिरने का खतरा, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
जिला कलेक्टर डी. भास्कर पांडियन ने बताया कि घर के अंदर फंसे हुए लोगों में पांच बच्चे हैं, जिनका अभी कोई पता नहीं चल पाया है। घटना के बाद प्रशासन ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों से मदद मांगी है, क्योंकि इलाके में एक बड़ी चट्टान के गिरने का खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने प्रभावित इलाके से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया है और मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
पुडुचेरी में बारिश का ऐतिहासिक रिकॉर्ड, बाढ़ से हालात गंभीर
चक्रवात फेंगल के प्रभाव से पुडुचेरी में शनिवार और रविवार को 30 वर्षों का बारिश का रिकॉर्ड टूट गया। बारिश के कारण शहर में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई और सेना को फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए मदद करनी पड़ी। चेन्नई हवाई अड्डे पर भी शनिवार को चक्रवात के कारण परिचालन पूरी तरह से बंद था, लेकिन आधी रात के बाद परिचालन फिर से शुरू हो गया। हालांकि, शुरुआत में कई उड़ानें रद्द की गईं और कई विमानों ने देरी से उड़ान भरी। बाद में, दिन में हवाई अड्डे का संचालन सामान्य हो गया।
विल्लुपुरम में भी भारी नुकसान
तमिलनाडु के विल्लुपुरम जिले में भी बारिश और बाढ़ के कारण व्यापक नुकसान हुआ। राज्य के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने बारिश को ‘अभूतपूर्व’ करार दिया और अधिकारियों को स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया।