“फारूक अब्दुल्ला ने गौतम अडानी से जुड़े कथित रिश्वत मामले की जांच के लिए जेपीसी गठन की मांग की। कहा, केंद्र को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।”
जम्मू कश्मीर। जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने गौतम अडानी से जुड़े कथित सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट रिश्वत मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। अमेरिकी अभियोजकों द्वारा लगाए गए आरोपों पर उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर मामला है और इसकी गहन जांच होनी चाहिए।
जेपीसी गठन की मांग
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग की गई है। मुझे उम्मीद है कि केंद्र सरकार इस मामले को गंभीरता से लेगी और ईमानदारी से जांच कराएगी।”
केंद्र पर विपक्ष का दबाव
अडानी समूह पर लगे आरोपों के बाद विपक्षी दल लगातार केंद्र सरकार से जवाब मांग रहे हैं। जेपीसी गठन की मांग को लेकर संसद के भीतर और बाहर बहस तेज हो गई है। फारूक अब्दुल्ला के बयान से इस मुद्दे पर विपक्ष की एकजुटता को और बल मिल सकता है।
अमेरिकी अभियोजकों का आरोप
अमेरिका में अभियोजकों ने दावा किया है कि अडानी समूह और अन्य ने सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के लिए रिश्वत दी थी। हालांकि, अडानी समूह ने इन आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें बेबुनियाद बताया है।
भाजपा का रुख
सत्तारूढ़ भाजपा ने विपक्ष पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि मामले की जांच कानून के तहत होगी और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप से बचा जाना चाहिए।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल