“राजस्थान के देवली-उनियारा में SDM द्वारा थप्पड़ मारने की घटना के बाद हिंसक प्रदर्शन, आगजनी और पथराव हुआ। 10 पुलिसकर्मी घायल, इंटरनेट सेवाएं बंद, भारी पुलिस बल तैनात। पढ़ें पूरी खबर“
टोंक। राजस्थान के देवली-उनियारा में SDM द्वारा नरेश मीणा को थप्पड़ मारने के विवाद ने तूल पकड़ लिया है, जिससे क्षेत्र में उग्र विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। सोमवार को हजारों की संख्या में नरेश मीणा के समर्थक सड़कों पर उतर आए, जिनके प्रदर्शन ने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया।
प्रदर्शनकारियों ने वाहनों में आग लगा दी और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाया। उपद्रव के दौरान पत्थरबाजी हुई, जिसमें 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने का प्रयास किया।
पुलिस ने हालात काबू में करने के लिए कड़ी कार्रवाई की और तकरीबन 100 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने देवली-उनियारा और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं, जिससे अफवाहों और गलत सूचनाओं के प्रसार पर रोक लगाई जा सके। इसके साथ ही भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है, ताकि शांति और कानून-व्यवस्था बहाल की जा सके।
घटना की पृष्ठभूमि
बवाल की जड़ में एक दिन पहले का विवाद है, जब देवली-उनियारा के SDM ने कथित तौर पर स्थानीय नेता नरेश मीणा को थप्पड़ मारा था। इस घटना से नाराज मीणा समर्थकों ने सोमवार को विरोध प्रदर्शन शुरू किया, जो बढ़ते-बढ़ते हिंसक रूप लेता चला गया। बताया जा रहा है कि मीणा समर्थक SDM के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और उनकी गिरफ्तारी की मांग भी कर रहे हैं।
पुलिस का बयान
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, हालात को नियंत्रण में रखने के लिए पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी और उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इंटरनेट सेवाएं बंद, अफवाहों पर रोक का प्रयास
प्रशासन ने एहतियात के तौर पर इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। यह कदम उठाया गया है ताकि सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर रोक लग सके और स्थिति को शांतिपूर्ण तरीके से नियंत्रित किया जा सके।
स्थिति पर उच्चाधिकारियों की नजर
इस मामले में राज्य के उच्च अधिकारी पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि किसी भी प्रकार की हिंसा को रोका जाए और आम जनमानस की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
न्याय की मांग पर अड़े प्रदर्शनकारी
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक SDM के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं होती, उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। उनका दावा है कि नरेश मीणा का अपमान केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे समुदाय का अपमान है, और वे अपने नेता के सम्मान के लिए संघर्ष करेंगे।