महुआ बाजार (बलरामपुर): अज्ञात कारणों से लगी आग ने बुधवार रात को एक इलेक्ट्रॉनिक दुकान को पूरी तरह से तबाह कर दिया। आग लगने से दुकान में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया, जिससे व्यवसायी दिनेश गुप्ता को लाखों का नुकसान हुआ है। इस घटना ने उनकी माली हालत को बेहद बिगाड़ दिया है।
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विकास खंड गैंडास बुर्जुग के हसीनपारा में स्थित दिनेश गुप्ता की इलेक्ट्रॉनिक दुकान में रात के समय आग लग गई, जब वह अपनी दुकान बंद कर अपने घर जा चुके थे। आग लगने के कारणों का पता अभी तक नहीं चल पाया है, लेकिन यह घटना स्थानीय लोगों के लिए चिंता का विषय बन गई है।
दिनेश गुप्ता ने बताया कि आग लगने से उनके पास मौजूद सामान, जिसमें 20 फर्राटा पंखे, 15 बैटरी, दिवाली के लिए खरीदकर रखे गए झालर, और वायरिंग में इस्तेमाल होने वाला सामान शामिल था, सभी जलकर राख हो गए।
दिनेश गुप्ता का बयान: “मैंने बैंक और रिश्तेदारों से कर्ज लेकर यह सामान मंगवाया था। अब मैं न जी पा रहा हूँ न मर पा रहा हूँ। मेरे पास हफ्तों से बिक्री हुए सामान का कैश, लगभग डेढ़ लाख रुपए, दराज में रखा हुआ था, वह भी राख हो गया।” यह कहते हुए दिनेश गुप्ता की आंखों में आंसू आ गए और वह बिलखने लगे।
इस घटना के बाद, पास पड़ोस के लोगों और उनके परिजनों ने सासन प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। स्थानीय लोग दिनेश की इस विपत्ति में उनके साथ खड़े होने का आश्वासन दे रहे हैं। उनका कहना है कि दिनेश गुप्ता एक मेहनती व्यक्ति हैं और इस नुकसान के बाद उन्हें पुनः खड़ा करने के लिए मदद की आवश्यकता है।
स्थानीय प्रशासन को इस मामले में तेजी से कार्रवाई करने की आवश्यकता है ताकि प्रभावित परिवार को जल्द से जल्द राहत दी जा सके। इसके अलावा, आग लगने के कारणों की जांच करने के लिए एक समिति का गठन किया जाना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
यह घटना न केवल दिनेश गुप्ता के लिए एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि यह सभी छोटे व्यवसायियों के लिए एक चेतावनी भी है। अग्नि सुरक्षा और जोखिम प्रबंधन की दिशा में उचित कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि ऐसे दुर्भाग्यपूर्ण हादसे भविष्य में न हों। स्थानीय समुदाय की एकजुटता और प्रशासन की सक्रियता ही इस स्थिति से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।