जयपुर: शुक्रवार सुबह का समय जयपुर के लिए एक दिल दहलाने वाला हादसा लेकर आया। एलपीजी टैंकर और माचिस भरे ट्रक की टक्कर से लगी आग ने कई परिवारों को उजाड़ दिया।
इस भयावह घटना में राजस्थान पुलिस की आरएसी चतुर्थ बटालियन में तैनात महिला कांस्टेबल अनीता मीणा (28) सहित कई लोगों की जान चली गई।
अनीता मीणा: परिवार का सहारा छिना
दूदू की रहने वाली अनीता मीणा चैनपुरा अपनी ड्यूटी के लिए जा रही थीं। स्लीपर बस में आग लगने के बाद वह बाहर नहीं निकल पाईं। उनकी पहचान नेल पॉलिश और बिछिया से हुई। अनीता के भाई बसराम ने बताया कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अनीता की नौकरी पर निर्भर थी। अनीता के निधन ने उनके बच्चों—10 साल की बेटी और 7 साल के बेटे—के भविष्य को अंधकारमय कर दिया है।
200 फीट ऊंची लपटें, पक्षी भी झुलसे
एलपीजी टैंकर और माचिस से भरे ट्रक की टक्कर के बाद आग इतनी तेजी से फैली कि 200 फीट ऊंची लपटें उठने लगीं। आसमान में उड़ते पक्षी तक जल उठे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग की भयावहता इतनी थी कि एक किलोमीटर दूर से भी लपटें दिखाई दे रही थीं। पास से गुजर रही गाड़ियां आग की चपेट में आ गईं।
बस में फंसे लोग जिंदा जले
सुबह करीब 5:30 बजे स्लीपर बस के यात्रियों ने धमाका सुना और आग चारों ओर फैल गई। दरवाजे बंद होने के कारण लोग खिड़कियां तोड़कर बाहर कूदने की कोशिश करने लगे। कई यात्री बस के अंदर फंस गए और उनकी जलकर मौत हो गई।
18 टन एलपीजी और माचिस ने बढ़ाई तबाही
टैंकर में भरे 18 टन एलपीजी और माचिस से भरे ट्रक ने आग को और भयावह बना दिया। आग इतनी तेज थी कि आसपास की गाड़ियां और 100-200 मीटर के इलाके की चीजें जलकर राख हो गईं।
शोक में डूबा राजस्थान
इस हादसे ने राजस्थान को हिला कर रख दिया है। अनीता मीणा को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी। हादसे के बाद से स्थानीय लोग और पीड़ित परिवार शोक में डूबे हुए हैं।
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