“केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों पर चिंता जताई और ठेकेदारों की लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई का ऐलान किया। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे को लेकर भी उन्होंने जवाब दिए।”
नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को लोकसभा में अपने मंत्रालय से जुड़े कार्यों पर जवाब दिया और खासकर सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ती मौतों पर चिंता जताई। गडकरी ने बताया कि पिछले एक साल में देशभर में सड़क हादसों के कारण 1.68 लाख लोगों की जान गई, जिनमें से 60% युवा थे। गडकरी ने कहा कि यह स्थिति दुखद है और इसे रोकने के लिए समाज को एकजुट होकर काम करना होगा।
इसके साथ ही, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के सांसद हनुमान बेनीवाल द्वारा उठाए गए सवालों का भी जवाब दिया। बेनीवाल ने इस एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसों को लेकर चिंता जताई थी, जिसमें 150 से अधिक मौतों का जिक्र किया गया था। गडकरी ने इस एक्सप्रेस-वे को देश का सबसे लंबा और सबसे कम समय में बन चुका एक्सप्रेस-वे बताया और कहा कि कुछ जगहों पर लेयर की गुणवत्ता में फर्क था, जिसे सुधार लिया गया है। उन्होंने बताया कि ठेकेदारों और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी।
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गडकरी ने यह भी कहा कि अगर कोई ठेकेदार गुणवत्तापूर्ण काम नहीं करेगा तो उसे छह महीने तक टेंडर भरने से रोक दिया जाएगा। इसके अलावा, वह विभाग के अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी नीति है कि काम में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और यदि ऐसा हुआ तो ठेकेदारों को कड़ी सजा दी जाएगी।
गडकरी ने लोकसभा में आगे कहा, “मैंने सार्वजनिक रूप से कहा है कि अगर ठेकेदार काम नहीं करेगा तो उसे बुलडोजर के नीचे डलवा देंगे। हम किसी के साथ कोई समझौता नहीं करते हैं और ठेकेदारों को बिल्कुल ठोक-पीट कर सीधा कर देंगे।”
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