“गोवर्धन पूजा का त्योहार आज मनाया जा रहा है। जानें पूजा का शुभ मुहूर्त, विधि, और भगवान श्रीकृष्ण की पूजा का महत्व। गोवर्धन पूजा में अन्नकूट भोग, परिक्रमा और आरती का विशेष महत्व।“
लखनऊ । आज पूरे देश में गोवर्धन पूजा का पावन पर्व मनाया जा रहा है। गोवर्धन पूजा का पर्व मुख्य रूप से भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति और गोवर्धन पर्वत की महिमा को समर्पित होता है। इस दिन भक्त भगवान कृष्ण की पूजा करते हैं, जिन्होंने इंद्र के प्रकोप से ब्रजवासियों की रक्षा के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठाया था। इस अवसर पर विशेष पूजा की जाती है और भक्तों के लिए निर्धारित शुभ मुहूर्त का पालन करने का विशेष महत्व होता है।
गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त
प्रातःकाल:सुबह 6:00 बजे से 8:00 बजे तक
अपराह्न काल:दोपहर 3:23 बजे से 5:35 बजे तक
भक्तजन इन शुभ मुहूर्तों में भगवान श्रीकृष्ण और गोवर्धन पर्वत की पूजा कर सकते हैं।
गोवर्धन पूजा की विधि
- सबसे पहले, गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत और भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति बनाएं।
- फिर इन मूर्तियों को फूलों और रंगों से सजाकर तैयार करें।
- भगवान को फल, जल, और अन्नकूट का भोग अर्पित करें।
- विशेष प्रसाद में कढ़ी और अन्नकूट चावल का भोग लगाएं।
- पूजा के बाद, गोवर्धन पर्वत की सात बार परिक्रमा करें और अंत में भगवान की आरती उतारें।
गोवर्धन पूजा का महत्व
गोवर्धन पूजा का पर्व हमें प्रकृति और पर्यावरण की महत्ता का संदेश देता है। भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत की पूजा कर यह संदेश दिया था कि प्रकृति की रक्षा और आदर करना अति आवश्यक है।
“विश्ववार्ता परिवार की तरफ से आप सभी को “गोवेर्धन पूजा व भाई दूज” क हार्दिक शुभकामनाएँ”
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रिपोर्ट – मनोज शुक्ल
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