शाहाबाद (हरदोई): मनरेगा के तहत वित्तीय अनियमितता का खुलासा होने के बाद, शाहाबाद के बीडीओ गौरव पुरोहित ने ग्राम प्रधान, सचिव और तकनीकी सहायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। यह एफआईआर कोतवाली शाहाबाद में दस्तावेजों में हेराफेरी और सरकारी धन के गबन की धाराओं में दर्ज की गई है।
मामला ग्राम पंचायत मगियावां का है, जहां मनरेगा के कार्यों में धांधली पाई गई। तत्कालीन बीडीओ काजल रावत द्वारा इस मामले की जांच की गई थी, लेकिन उनका तबादला होने के बाद यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। अब बीडीओ गौरव पुरोहित ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की और दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई।
ALSO READ: ऑस्कर के लिए ‘लापता लेडीज’ का नाम बदलकर रखा गया ‘लॉस्ट लेडीज’
एफआईआर में ग्राम प्रधान मागियावां, सचिव देशराज गौड़ और तकनीकी सहायक ब्रजेश शर्मा का नाम शामिल है। इसके अलावा, सचिव पर रिकवरी की कार्रवाई और विभागीय अनुशासनिक कार्यवाही की भी सिफारिश की गई है।
इस कार्यवाही से शाहाबाद ब्लाक के कर्मियों में हड़कंप मच गया है। कुछ ग्राम प्रधानों ने तो कार्यों में सहयोग न देने का मन बना लिया है, जबकि कई ने ब्लाक आना ही बंद कर दिया है। बीडीओ की इस कठोर कार्रवाई से जहां एक ओर प्रशासनिक कड़ी जवाबदेही की ओर बढ़ रहा है, वहीं दूसरी ओर यह देखना होगा कि क्या इससे विकास कार्यों में कोई रुकावट आती है या गति मिलती है।
हालांकि, बीडीओ पुरोहित की तेज़-तर्रार कार्यशैली से क्षेत्र में नए विकास कार्यों की उम्मीद जताई जा रही है, लेकिन ब्लाक कर्मियों के बीच चिंता भी बनी हुई है। अब देखना यह है कि आने वाले समय में इस प्रशासनिक बदलाव का क्या असर होगा।
REPORT: संतोष तिवारी , हरदोई