लखनऊ। राजधानी लखनऊ में अगर आप हैं,तो इस वक्त यहाँ सम्हाल कर रहने की जरूरत है। यहां डेंगू का प्रकोप एक बार फिर तेज़ी से बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटों में 21 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें से अधिकांश मरीज शहर के पॉश इलाकों जैसे आलमबाग, इंदिरानगर, गोमतीनगर एक्सटेंशन, गोसाईंगंज, और चिनहट से मिले हैं। इससे पहले, जिले में जनवरी से लेकर अब तक कुल 284 मरीज डेंगू की चपेट में आ चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर:
मरीजों की संख्या में अचानक हुए इज़ाफे के बाद स्वास्थ्य विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों में एंटीलार्वा का छिड़काव शुरू कर दिया है। साथ ही, सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या में भी वृद्धि देखी जा रही है। सिविल अस्पताल में 24, लोकबंधु और बलरामपुर अस्पतालों में 4-4 मरीजों का इलाज चल रहा है।
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नियंत्रण में हालात, पर बढ़ी सतर्कता:
लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल के अनुसार, हालात पैनिक जैसी स्थिति में नहीं हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने फॉगिंग और एंटीलार्वा के छिड़काव को तेज़ कर दिया है। साथ ही, तालाबों में ड्रोन से एंटीलार्वा का छिड़काव किया जा रहा है, और स्कूलों व अन्य संस्थानों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
विशेषज्ञों की सलाह:
डॉ. वीरेंद्र कुमार (मेयो हॉस्पिटल) ने बताया कि डेंगू को लेकर लापरवाही बरतना ठीक नहीं है। बुजुर्गों, बच्चों और इम्यूनिटी कमजोर वाले मरीजों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि डेंगू के मरीजों को खुद से दवा लेने से बचना चाहिए और डॉक्टर की सलाह का पालन करना चाहिए। लखनऊ में बढ़ते डेंगू के मामलों ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया है, लेकिन समय रहते उचित कदम उठाने से हालात काबू में हैं।
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