“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान आंदोलन को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य मंत्रियों के साथ बैठक की। बैठक में आंदोलन की स्थिति पर चर्चा की गई और अनशन कर रहे किसान नेता से मिलने के लिए गृह निदेशक को भेजा गया।”
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान आंदोलन को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी शामिल थे। बैठक में प्रधानमंत्री को किसान आंदोलन से जुड़ी ताजा जानकारी दी गई, खासकर उन किसानों के बारे में जो खनौरी बॉर्डर पर 20 दिनों से आमरण अनशन पर हैं।
प्रधानमंत्री की बैठक का उद्देश्य:
बैठक का मुख्य उद्देश्य किसानों के मुद्दों को सुलझाने के लिए रणनीति तय करना था। खासतौर पर, खनौरी बॉर्डर पर चल रहे आमरण अनशन के बारे में चर्चा की गई, जिसमें किसान नेता जगजीत डल्लेवाल 20 दिन से अनशन पर हैं।
केंद्र सरकार का कदम:
केंद्र सरकार ने इस मुद्दे पर सख्त कदम उठाते हुए केंद्रीय गृह निदेशक मयंक मिश्रा को खनौरी बॉर्डर भेजने का निर्णय लिया है। मिश्रा किसान नेता से मुलाकात करेंगे और सरकार की तरफ से किसी भी तरह की मदद का प्रस्ताव देंगे।
विपक्षी दबाव और सरकार का रुख:
किसान आंदोलन और खनौरी बॉर्डर पर हो रहे अनशन के बीच विपक्षी दल लगातार सरकार से समाधान की मांग कर रहे हैं। वहीं, सरकार ने यह संकेत दिए हैं कि वह किसान नेताओं से बातचीत के जरिए समस्या का समाधान चाहती है।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल