“देश की पहली पराली से बनी सड़क का उद्घाटन, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि यह पहल प्रदूषण घटाने और किसानों की आय बढ़ाने में सहायक होगी। पराली से CNG भी बनाई जा रही है।”
नागपुर। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने देश की पहली पराली से बनी सड़क का उद्घाटन किया। यह परियोजना न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि किसानों को आर्थिक लाभ पहुंचाने का एक अनूठा प्रयास भी है।
पराली से सड़क निर्माण: प्रदूषण पर लगाम
गडकरी ने कहा, “पराली से सड़क बनाने की यह पहल पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को कम करेगी। इसके साथ ही, इससे पर्यावरण को होने वाले नुकसान पर रोकथाम होगी।” पराली जलाने से हर साल उत्तर भारत के कई राज्यों में प्रदूषण का स्तर बढ़ता है।
पराली से CNG उत्पादन
गडकरी ने यह भी बताया कि पराली का उपयोग केवल सड़क निर्माण तक सीमित नहीं रहेगा। इसे CNG में परिवर्तित करने की तकनीक पर काम हो रहा है। इससे किसानों को पराली बेचने का अवसर मिलेगा, जिससे उनकी आय में इजाफा होगा।
किसानों को होगा फायदा
मंत्री ने कहा, “पराली को अपशिष्ट नहीं बल्कि संसाधन मानना चाहिए। किसानों को पराली जलाने के बजाय इसे बेचने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इससे उन्हें आर्थिक लाभ होगा और पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा।”
देशभर में विस्तार की योजना
गडकरी ने यह भी संकेत दिया कि इस तकनीक का विस्तार पूरे देश में किया जाएगा। इससे सड़क निर्माण में लागत कम होगी और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी बढ़ेगी।
महत्वपूर्ण तथ्य
- यह सड़क पराली से बनी पहली सड़क है।
- पराली से CNG उत्पादन पर भी जोर दिया जा रहा है।
- किसानों को पराली बेचने का लाभ मिलेगा।
- परियोजना से प्रदूषण और कृषि अपशिष्ट समस्या को कम किया जाएगा।
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विशेष संवाददाता: मनोज शुक्ल।