Monday , December 9 2024
भारत की आर्थिक वृद्धि दर में गिरावट,जुलाई-सितंबर GDP आंकड़ा, July-September GDP data, ग्रॉस वैल्यू एडेड 5.6%, Gross Value Added 5.6%, भारतीय अर्थव्यवस्था धीमी, Slowdown in Indian economy, GDP में गिरावट के कारण, Reasons for GDP decline, सार्वजनिक व्यय और GDP, Public expenditure and GDP, खनन और निर्माण सेक्टर प्रदर्शन, Mining and construction sector performance, भारतीय GDP ग्रोथ, Indian GDP growth, अर्थव्यवस्था की तिमाही रिपोर्ट, Quarterly economic report, NSO GDP डेटा, NSO GDP data, सेक्टर्स का प्रदर्शन, Sector performance, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर गिरावट, Manufacturing sector decline, भारत की आर्थिक वृद्धि दर, India's economic growth rate, GDP 5.4% पर, GDP at 5.4%,
भारत की आर्थिक वृद्धि दर में गिरावट

भारत की GDP ग्रोथ में गिरावट, भारत की अर्थव्यवस्था 18 महीने के निचले स्तर पर

नई दिल्ली। भारतीय अर्थव्यवस्था की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के लिए GDP ग्रोथ दर घटकर 5.4% पर पहुंच गई है। यह पिछले 18 महीनों में सबसे कम स्तर है। शुक्रवार को नेशनल स्टैटिस्टिक्स ऑफिस (NSO) ने यह डेटा जारी किया।

GDP वृद्धि दर रॉयटर्स पोल के 6.5% अनुमान और पहली तिमाही (अप्रैल-जून) की 6.7% की दर से काफी कम रही। पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 8.1% थी। ग्रॉस वैल्यू एडेड (GVA), जो आर्थिक गतिविधियों का मापक है, 5.6% की वृद्धि दर्ज की गई, जो 6.5% की उम्मीद से कम है।

  • ग्रोथ दर 3.5% रही।
  • पिछली तिमाही के 2% और पिछले साल की समान अवधि के 1.7% से बेहतर।
  • ग्रोथ -0.1% रही।
  • पिछले साल की समान अवधि में यह 11.1% थी।
  • वृद्धि केवल 2.2% रही।
  • पिछले साल की समान अवधि में यह 14.3% थी।
  • 7.7% की ग्रोथ, लेकिन यह पिछली तिमाही के 10.5% और पिछले साल की 13.6% वृद्धि से कम है।
  • 9.2% की वृद्धि, जो पिछले साल के 7.7% से अधिक है।
  • इस तिमाही में 6% की वृद्धि हुई।

विश्लेषकों का मानना है कि GDP वृद्धि में कमी निजी खपत और औद्योगिक उत्पादन में सुस्ती का नतीजा है। कृषि और सरकारी खर्च ने अर्थव्यवस्था को सहारा दिया, लेकिन खनन और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्रों की कमजोर प्रदर्शन ने समग्र ग्रोथ को प्रभावित किया।

GDP ग्रोथ में गिरावट ने आर्थिक सुधार की स्थिरता को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का सुझाव है कि अगले तिमाही में सुधार के लिए निजी निवेश और उपभोक्ता मांग बढ़ाने की आवश्यकता है।

GDP यानी सकल घरेलू उत्पाद, किसी देश में एक निश्चित अवधि में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं के कुल मौद्रिक मूल्य को मापता है। यह आर्थिक गतिविधियों का सबसे महत्वपूर्ण सूचकांक है। GDP की गणना तिमाही और सालाना आधार पर की जाती है।

E-Paper

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com