“झांसी मेडिकल कॉलेज के SNCU वार्ड में लगी आग में 10 नवजात बच्चों की मौत के बाद मानवाधिकार आयोग ने यूपी सरकार और डीजीपी को नोटिस जारी किया। NHRC ने लापरवाही को मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन बताया।”
झांसी SNCU अग्निकांड पर NHRC सख्त:
नई दिल्ली / लखनऊ। झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में हुई भीषण आग की घटना के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने स्वतः संज्ञान लेते हुए यूपी सरकार और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को नोटिस जारी किया। आयोग ने घटना को मानवाधिकारों का “गंभीर उल्लंघन” बताते हुए एक सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
NHRC ने उठाए ये सवाल
रिपोर्ट में दर्ज एफआईआर की स्थिति, जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई, घायलों को दी जा रही चिकित्सा, और पीड़ित परिवारों को दिए गए मुआवजे की जानकारी मांगी गई है। साथ ही यह जानने की मांग की गई है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं।
घटना का विवरण
आग का कारण: बिजली के शॉर्ट सर्किट से आग लगी।
नवजातों की मौत: हादसे में 10 नवजात झुलस गए, जो इनक्यूबेटर में थे।
बचाव कार्य: 37 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
लापरवाही: फायर एक्सटिंग्विशर 4 साल से एक्सपायर था।
सरकारी प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश सरकार ने मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति में निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, अपर निदेशक विद्युत चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं, और डीजी अग्निशमन द्वारा नामित अधिकारी शामिल हैं। ये समिति 7 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
NHRC का बयान
आयोग ने इसे राज्य सरकार की लापरवाही करार देते हुए कहा कि यह घटना दिखाती है कि सरकारी संस्थानों में सुरक्षा उपायों की कितनी कमी है। पीड़ित बच्चों और उनके परिवारों को बेहतर चिकित्सा और मुआवजा देना सरकार की जिम्मेदारी है।
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विशेष संवाददाता: मनोज शुक्ल