जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने एक और जवान को अगवा कर लिया है. परिवार का दावा है कि बीती रात कश्मीर के त्राल से उसको आतंकी उठा ले गए. अब तक जवान का कोई सुराग नहीं मिला है. मुदासिर अहमद नाम का ये जवान अवंतिपुरा के राशिपुरा में तैनात था. वहीं, पुलिस का कहना है कि मुदासिर को अगवा किए जाने की घटना की पुष्टि की जा रही है. मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
पिछले कुछ समय से जम्मू-कश्मीर में आतंकियों द्वारा सुरक्षाबलों को अगवा करने और हत्या करने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. अब ताजा मामला पुलवामा के त्राल निवासी मुदासिर को अगवा करने का है. ये जवान राशिपुरा चौकी में खाना बनाने का काम करता था.
बीती रात आतंकियों ने मुदासिर अहमद को त्राल से अगवा किया. परिजनों ने बताया कि बीती रात से मुदासिर अहमद का कोई सुराग नहीं मिल रहा है. इससे पहले आतंकियों ने कुलगाम से पुलिस कांस्टेबल मोहम्मद सलीम शाह और शोपियां से पुलिसकर्मी जावेद अहमद डार को अगवा किया था. डार की हत्या की जिम्मेदारी हिज्बुल मुजाहिद्दीन ने ली थी .
औरंगजेब को अगवा कर आतंकियों ने कर दी थी हत्या
आतंकियों ने पिछले महीने सेना के जवान औरंगजेब को अगवा किया था और फिर उसकी हत्या कर दी थी. उनको उस वक्त अगवा किया गया था, जब वो ईद की छुट्टियों पर घर जा रहे थे. फिर 14 जून की शाम को उनका गोलियों से छलनी शव पुलवामा जिले के गुस्सु गांव में बरामद हुआ था.
औरंगजेब जम्मू-कश्मीर की लाइट इन्फेंट्री का हिस्सा थे, जो 44 राष्ट्रीय रायफल्स के साथ काम कर रही थी. औरंगजेब शोपियां में 44RR की कोर टीम का हिस्सा थे. जैश सरगना मौलाना मसूद अजहर के भतीजे महमूद भाई को जिस सेना की टीम ने मारा था, औरंगजेब उसी टीम का हिस्सा रहे थे. इसी का बदला लेने के लिए आतंकियों ने औरंगजेब को निशाना बनाया था.
ऑपरेशन ऑलआउट से बौखलाए आतंकी
आतंकी राज्यपाल शासन में सुरक्षाबलों की कार्रवाई से बौखलाए हुए हैं. सेना ने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑलआउट तेज कर दिया है. सुरक्षाबलों ने 22 आतंकियों की हिटलिस्ट तैयार की है, जिसमें हिजबुल मुजाहिद्दीन के 11, लश्कर-ए-तैयबा के सात और जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकी शामिल हैं. हाल ही में सेना ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के प्रमुख दाऊद अहमद सलाफी उर्फ बुरहान और उसके तीन सहयोगी को मार गिराया था.
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