कानपुर। कानपुर में एक बार फिर रेलवे ट्रैक पर अग्निशामक सिलेंडर मिलने से हड़कंप मच गया। यह घटना रविवार तड़के 4 बजे गोविंदपुरी-भीमसेन रेलवे लाइन पर हुई, जहां मुंबई से लखनऊ जा रही पुष्पक एक्सप्रेस के आगे एक फायर एक्सटिंग्विशर सिलेंडर रखा गया था। लोको पायलट ने इसे देखकर इमरजेंसी ब्रेक लगा दी, जिससे एक बड़े हादसे से बचा जा सका।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यह सिलेंडर गोरखपुर स्थित रेलवे के कैरिज और वैगन विभाग का है। पीआरओ अमित मालवीय के अनुसार, “यह संभवतः किसी ट्रेन से गिरा होगा।” मौके पर पहुंची पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने सिलेंडर को अपने कब्जे में ले लिया और मामले की जांच शुरू कर दी।
पूर्व घटनाएं संदिग्ध
यह पहली बार नहीं है जब रेलवे ट्रैक पर इस तरह का सामान मिला है। इससे पहले, 16 अगस्त को साबरमती एक्सप्रेस की एक दुर्घटना में ट्रेन पटरी से उतर गई थी, जिसमें बोल्डर ट्रैक पर रखे गए थे। इसके अलावा, 8 सितंबर को कालिंदी एक्सप्रेस के सामने एक भरा हुआ एलपीजी सिलेंडर रखा गया था। ऐसे मामलों ने रेलवे सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएँ उत्पन्न की हैं।
जांच का दायरा बढ़ा
पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी है। क्षेत्रीय पुलिस और जीआरपी के अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं और सभी पहलुओं की गहनता से जांच कर रहे हैं।
चिंता का विषय:
पिछले कुछ हफ्तों में रेलवे ट्रैक पर रखे गए विभिन्न खतरनाक सामानों ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। अधिकारियों ने बताया कि अगर समय पर ब्रेक नहीं लगाया गया होता, तो यह घटना गंभीर रूप ले सकती थी।
पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी और दोषियों की पहचान की जाएगी। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं, ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
इस मामले से जुड़े सभी पहलुओं पर निरंतर नजर रखी जा रही है, और रेलवे प्रशासन ने ऐसे घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों को सख्त करने का फैसला किया है।
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