बहराइच। कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग से सटे गांवों में बाघ और तेंदुए के हमले रोकने के लिए LED लाइट्स लगाई जा रही हैं। अब तक 34 गांवों में 562 लाइट्स लगाई जा चुकी हैं, और अन्य गांवों में यह कार्य तेजी से जारी है।
वनक्षेत्रों से सटे गांवों में मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं लगातार बढ़ रही थीं। जंगली जानवर, खासकर बाघ और तेंदुए, अंधेरा होते ही ग्रामीण इलाकों में घुसकर मवेशियों पर हमला करते थे, जिससे कभी-कभी इंसानों का सामना होने पर जानलेवा घटनाएं हो जाती थीं।
CSR के तहत मिली 3100 LED लाइट्स
सिग्निफाई इनोवेशन इंडिया लिमिटेड और फिनिश सोसाइटी संस्था ने CSR के तहत कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग को 3100 LED लाइट्स उपलब्ध कराईं। DFO बी शिव शंकर ने बताया कि तेज रोशनी के कारण जंगली जानवर गांवों की ओर नहीं आएंगे, जिससे हमले रुकने में मदद मिलेगी।
गांवों में खुशी का माहौल
लाइट लगने से ग्रामीणों में खुशी का माहौल है। अब जंगल से सटे गांव जैसे आनंदनगर, कुरकुरी कुआं, गुलरा, तेलियनपुरवा, बड़खड़िया, सतहवा, और अन्य गांवों में रात के समय उजाला होने से हमलों की संभावना कम हो गई है।
आने वाले समय में अन्य गांवों में भी काम जारी
वन विभाग ने बताया कि अगले चरण में अन्य प्रभावित गांवों में भी LED लाइट्स लगाई जाएंगी। इससे मानव-वन्यजीव संघर्ष को नियंत्रित करने में बड़ी मदद मिलेगी।
रिपोर्ट : डॉ. डी. के. उपाध्याय