नई दिल्ली । नोटबंदी के मुद्दे पर गुरुवार को संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही जहां जबर्दस्त हंगामे के कारण ठप रही,
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने एक मंच से मोदी सरकार पर हमला बोला।
दिल्ली की आजादपुर मंडी में आयोजित रैली में ममता ने नोटबंदी को लेकर केंद्र सरकार पर तीखे हमले किए और फैसला वापस लेने के लिए तीन दिन का अल्टिमेटम भी दिया।
रैली में केजरीवाल ने कहा, ‘लोग नोट लेकर बाजार में घूम रहे हैं, लेकिन बच्चों के लिए दूध नहीं मिल रहा। दवा नहीं मिल रही।’ काले धन के मुद्दे पर उन्होंने अन्ना हजारे के नेतृत्व में छेड़े गए आंदोलन का जिक्र किया। केजरीवाल ने कहा, ‘मैं शुगर का मरीज हूं, लेकिन फिर भी भ्रष्टाचार के खिलाफ मैंने 2 बार अनशन किया था।’
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने विजय माल्या का जिक्र करते हुए कहा, ‘एक रात प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें हवाई जहाज में बैठाकर लंदन भेज दिया।’ उन्होंने आगे कहा, ‘लोगों द्वारा कतार में लगकर बैंकों में जो पैसा जमा कराया जाएगा, उसमें से 8 लाख करोड़ लेकर मोदी जी कारोबारियों और अरबपतियों का कर्ज माफ कर देंगे। हमें क्या मिलेगा, ठन ठन गोपाल।’
दिल्ली विधानसभा में केजरीवाल ने बिड़ला समूह द्वारा मोदी को कथित तौर पर रिश्वत दिए जाने का जो आरोप लगाया था, उन्होंने उसे भी अपने भाषण में दोहराया। केजरीवाल के मुताबिक, उनके पास कई ऐसे कागज हैं जिनमें कारोबारियों द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को दिए गए पैसों का जिक्र है।
CM ने कहा, ‘लोग कह रहे हैं कि हमें तो लाइन में खड़ा कर दिया, लेकिन अंबानी और अडानी कहां है। इस देश के साथ बहुत बड़ा धोखा हो रहा है। कहीं ऐसा तो नहीं कि पैसा लेकर इन लोगों को छोड़ा जा रहा है।’ खनन दिगग्ज जनार्दन रेड्डी की बेटी की शादी में 500 करोड़ रुपये खर्च किए जाने की खबरों पर भी केजरीवाल ने सवाल खड़ा किया।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘देशभक्ति के नाम पर हमें तो लाइन में खड़ा करो और आप बड़े-बड़े लोगों के साथ गुलछर्रे उड़ाओ। देश के लोग इसे माफ नहीं करेंगे। देश की जनता सबसे बड़ी देशभक्त है।’ बैंक के बाहर कतार में खड़े होने के कारण जिन 40 लोगों की मौत होने की खबर है, उनका जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘इन 40 मौतों का जिम्मेदार कौन है? ये सभी शहीद हैं।’
मंच पर केजरीवाल से पहले ममता बनर्जी ने भीड़ को संबोधित किया। ममता ने कहा, ‘सरकार में आने से पहले इन्होंने अच्छे दिन का वादा किया था। क्या यही हैं अच्छे दिन? क्या लोग हीरा खाकर जिंदा रहेंगे?’ नोटबंदी के फैसले से आम जनता को हो रही परेशानियों का जिक्र करते हुए ममता ने जनता से एकजुट होने की अपील की।
उन्होंने कहा कि वह देश को बेचने नहीं देंगी। ममता ने कहा, ‘क्या देश में सभी चोर हैं? क्या किसी ने भी कभी इस तरह का संकट देखा है? हम डरे नहीं हैं, एक पलटकर लड़ेंगे।’ ममता ने कहा कि आम आदमी और गरीबों को इस फैसले से सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ रही है। आक्रामक अंदाज में बोलते हुए ममता ने लोगों को हो रही मुश्किलों के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
उधर गुरुवार को लगातार दूसरे दिन नोटबंदी के मुद्दे पर राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा देखने को मिला। विपक्षी नेता इस मुद्दे पर बहस के लिए प्रधानमंत्री को सदन में बुलाए जाने की मांग कर रहे थे।