लखनऊ। गोमती नगर इलाके में शनिवार दोपहर को एक अजीब घटना घटी, जिसमें चार बच्चे घर से गायब हो गए थे, लेकिन पुलिस की तत्परता से कुछ ही देर में बच्चों को सकुशल बरामद कर लिया गया। यह मामला बच्चा चोरी गैंग के द्वारा की गई संभावित किडनैपिंग का प्रतीत हो रहा है।
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घटना का विवरण
घटना शनिवार दोपहर की है, जब विभव खंड इलाके में मंत्री आवास के पास चार बच्चे अपने घर से बाहर खेलते हुए टहलने के लिए गए थे। इन बच्चों के नाम गुल्लू (11 साल), विष्णु (10 साल), ब्रह्मा (9 साल) और शफीक के बेटे अब्दुल रहमान (नाम नहीं दिया गया) थे। परिजनों के अनुसार, ये बच्चे मंत्री आवास के पास पहुंचने के बाद अचानक गायब हो गए। परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया और पुलिस ने जांच शुरू कर दी।
पुलिस की कार्रवाई और बच्चों की बरामदगी
पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए बच्चों की खोज शुरू कर दी। कुछ समय बाद, सभी बच्चे गोमती नगर रेलवे स्टेशन के पास सकुशल पाए गए। पुलिस को जानकारी मिली कि बच्चों को एक अनजान व्यक्ति ने गाड़ी में बैठा लिया था और बाद में रेलवे ट्रैक के पास छोड़ दिया गया। एक स्थानीय व्यक्ति ने ट्रैक्टर से जाते हुए बच्चों को देखा और इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद बच्चों को बचाया जा सका।
बच्चों द्वारा दी गई जानकारी
बच्चों ने पुलिस और परिजनों को बताया कि एक अजनबी व्यक्ति उन्हें कार में बैठा कर लेकर गया था। एक बच्चे ने बताया, “हमें एक अंकल ने टॉफी दी और गाड़ी में बैठने को कहा। फिर वह हमें गोमती नगर रेलवे स्टेशन की ओर ले गए और ट्रेन पटरी के पास छोड़ दिया।” बच्चों ने यह भी कहा कि इस व्यक्ति ने उन्हें जाने के लिए कहा और खुद वहां से चला गया।
एक अन्य बच्चे ने कहा कि वह अंकल हमें कार से स्टेशन के पास ले गए थे और फिर हमसे कहा कि हम यहां से भाग जाएं।
परिवार और पुलिस के प्रतिक्रिया
परिजनों ने बच्चों के गायब होने पर काफी घबराहट महसूस की थी और पुलिस चौकी पर जाकर हंगामा किया था। वे आशंका जता रहे थे कि यह एक बच्चा चोरी गैंग का काम हो सकता है। पुलिस ने भी इस मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल कार्रवाई की और सभी बच्चों को सकुशल बरामद कर लिया।
बच्चों के बयान और घटनास्थल की जांच के आधार पर पुलिस अब इस मामले की आगे की तफ्तीश कर रही है। संभावना जताई जा रही है कि यह बच्चा चोरी के किसी गिरोह का काम हो सकता है, जो बच्चों को बहला-फुसलाकर अगवा कर लेता है और बाद में उन्हें छोड़ देता है।
हालांकि बच्चों को सुरक्षित बरामद कर लिया गया, लेकिन यह घटना लखनऊ में बच्चा चोरी जैसी गतिविधियों के प्रति सतर्कता बढ़ाने का एक और संकेत है। पुलिस और स्थानीय प्रशासन अब इस किडनैपिंग गैंग की तलाश में जुटे हैं ताकि ऐसे मामलों में किसी भी अनहोनी को रोका जा सके।