“लखनऊ के हुसैनगंज में कमर्शियल कॉम्प्लेक्स के नीचे शिव मंदिर होने के दावे पर LDA ने जांच शुरू की। बिल्डर से मानचित्र और दस्तावेज मांगे गए, संतोषजनक जवाब न मिलने पर कार्रवाई होगी।”
लखनऊ के हुसैनगंज इलाके में एक कमर्शियल कॉम्प्लेक्स के नीचे शिव मंदिर होने का दावा किया गया है। इस मामले में स्थानीय हिंदू संगठनों ने लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद, मंगलवार को LDA के जोनल अधिकारी शशिभूषण पाठक के नेतृत्व में स्थल का निरीक्षण किया गया। बिल्डर को नोटिस जारी कर मानचित्र और अन्य जरूरी दस्तावेज जमा करने के निर्देश दिए गए हैं।
इतिहास और विवाद का आरंभ
हिंदू पक्ष का दावा है कि यह मंदिर 1885 में स्वर्गीय गजराज सिंह ने बनवाया था। 1906 में इस भूमि पर ठाकुरद्वारा और शिवालय का निर्माण कराया गया। 1993-94 में इस भूमि पर अवैध निर्माण का आरोप लगा, जिसके बाद मंदिर से जुड़े लोगों ने शिकायतें दर्ज कराईं।
LDA की कार्रवाई और बयान
LDA के सचिव विवेक श्रीवास्तव ने हिंदू संगठनों को आश्वासन दिया कि जांच के बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी। जोनल अधिकारी के अनुसार, जांच में मंदिर की प्राचीनता, मालिकाना हक और परिसर में अवैध निर्माण की पुष्टि के लिए दस्तावेज मांगे गए हैं।
हिंदू संगठनों का दावा और मांग
ब्राह्मण संसद के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा ने कहा कि हिंदुओं को यहां पूजा करने से रोका जा रहा है और पूरा कॉम्प्लेक्स अवैध है। उन्होंने LDA से मंदिर परिसर को हिंदू समुदाय को सौंपने की मांग की।
अगली प्रक्रिया
LDA की रिपोर्ट आने के बाद ही तय होगा कि मंदिर के दावे और अवैध निर्माण पर क्या कदम उठाए जाएंगे।
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