मऊ में अवैध बसों और ऑटो पर कार्रवाई अभियान के तहत परिवहन विभाग ने बिना परमिट और नियमों के विरुद्ध संचालित वाहनों पर कड़ी कार्रवाई की है। उत्तर प्रदेश परिवहन आयुक्त के निर्देश पर जिले में यह विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया, जिसका अंतिम दिन प्रशासन के लिए बेहद निर्णायक साबित हुआ।
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इस सघन चेकिंग अभियान में सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक मऊ हरिशंकर पाण्डेय, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक दोहरीघाट ए.के. मिश्रा, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी सुहेल अहमद और यात्रीकर अधिकारी अरविन्द कुमार जैशल की संयुक्त टीम शामिल रही। टीम ने जिले भर में कुल 42 वाहनों की जांच की।
जांच के दौरान 07 टूरिस्ट बसें बिना परमिट शर्तों के सड़कों पर दौड़ती मिलीं, जिनका तत्काल चालान किया गया। इसके अतिरिक्त 11 ऑटो रिक्शा नियमों के विरुद्ध संचालन करते पाए गए। सबसे बड़ी कार्रवाई में 03 ऑटो रिक्शा गंभीर अनियमितताओं के कारण सीज कर दिए गए और उन्हें संबंधित थानों में भेजा गया।
प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई यात्रियों की सुरक्षा और सड़कों पर व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में अहम कदम है। बिना वैध परमिट और दस्तावेजों के संचालन न सिर्फ गैरकानूनी है, बल्कि यात्रियों की जान को भी जोखिम में डालता है।
अधिकारियों ने साफ किया कि इस तरह की सख्त कार्रवाइयाँ भविष्य में भी जारी रहेंगी। वाहन चालकों और मालिकों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि वे सभी जरूरी दस्तावेज समय पर पूरे करें और केवल वैध परमिट के साथ ही सड़कों पर उतरें।
इस पूरी कार्रवाई से साफ संकेत मिलता है कि मऊ प्रशासन अब नियमों के उल्लंघन पर किसी भी तरह की ढील देने के मूड में नहीं है। साथ ही, जनता से सहयोग की भी अपील की गई है ताकि सड़कों पर केवल सुरक्षित और कानूनी वाहनों का ही संचालन हो सके।