नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने एक पूर्वसैनिक की खुदकुशी पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने ‘एक रैंक, एक पेंशन’ ओआरओपी के मुद्दे पर धोखा दिया है और झूठ बोल रही है।
केजरीवाल ने कहा कि पूर्व सैनिक राम किशन ग्रेवाल की ‘शहादत बेकार नहीं जाएगी’ और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ग्रेवाल के संघर्ष को आगे ले जाने की जरुरत है।उन्होंने कहा कि उस देश का कोई भविष्य नहीं है जहां जवान और किसान खुदकुशी करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री यह कहकर पूरे देश से झूठ बोल रहे हैं कि ओआरओपी लागू कर दिया गया है। अगर इसे लागू कर दिया गया है तो फिर राम किशन ने खुदकुशी क्यों की? इस मुद्दे पर भाजपा सरकार की धोखेबाजी का दायरा अप्रत्याशित है।
” केजरीवाल ने लक्षित हमलों के मुद्दे और सैन्य अधिकारियों के रैंक को ‘कम करने’ तथा रक्षाकर्मियों की विक्लांगता पेंशन में ‘कटौती किए जाने’ के विवादों को लेकर भी भाजपा पर कटाक्ष किया।
उन्होंने कहा, ‘‘लक्षित हमलों के एक दिन बाद सरकार ने सेना की विक्लांगता पेंशन में भारी कटौती कर दी। इसके बाद सैन्य अधिकारियों के रैंक को घटा दिया गया। ये बडे धोखे हैं। और वे जगह-जगह लक्षित हमलों का प्रचार कर रहे हैं। सेना के साथ धोखा किया जा रहा है और राजनीतिक फायदों के लिए उसका इस्तेमाल हो रहा है।”
केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली सरकार की ओर से शहीदों के परिजन को एक करोड रुपये की सहायता राशि दिए जाने की नीति को पूरे देश में लागू करे तथा ओआरओपी को पूरी तरह से लागू किया जाए।
इससे पहले आप नेता ने अपने ट्वीट में कहा , ‘‘मोदी राज में किसान और जवान दोनों खुदकुशी कर रहे हैं। इसका मतलब है कि प्रधानमंत्री झूठ बोल रहे हैं कि ओआरओपी लागू की गई है। अगर ओआरओपी लागू की गई होती तो क्यों राम किशन जी आत्महत्या करते।”
केजरीवाल ने कहा कि यह बेहद दुखद है कि जवानों को सीमा पर बाहरी दुश्मनों से, और देश के अंदर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना पडता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समूचे राष्ट्र को उनके अधिकार के पक्ष में खडा होना चाहिए।उल्लेखनीय है कि 70 वर्षीय ग्रेवाल ने ओआरओपी के मुद्दे पर कल यहां जहर खा कर खुदकुशी कर ली थी।
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