मध्य प्रदेश की पंधाना विधानसभा सीट खंडवा जिले में आती है. यह सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है. 2008 से पहले यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हुआ करती थी.
यहां पर कुल 2 लाख 65 हजार से ज्यादा मतदाता हैं. इस सीट पर जाति समीकरण अहम है. यहां भील समाज के 45 हजार मतदाता हैं. साथ ही अनुसूचित जाति के 40 हजार मतदाता हैं. इस क्षेत्र में गुर्जर समाज का भी दबदबा है.
फिलहाल इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है. बीते तीन चुनावों से इस सीट पर बीजेपी को जीत हासिल हुई है. कांग्रेस को आखिरी बार इस सीट पर जीत 1998 में मिली थी.
बीजेपी पिछले तीन चुनावों में जीत मिली है और तीनों ही चुनावों में अलग-अलग उम्मीदवार जीते हैं. यह सीट बीजेपी के दबदबे वाली सीट है.
2013 और 2008 में मिली थी बीजेपी को जीत
इस सीट पर फिलहाल बीजेपी का कब्जा है. बीजेपी की योगिता नवल सिंह बोरकर यहां की विधायक हैं. 2013 के चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के नंदू बारे को 17 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था. इस चुनाव में योगिता बोरकर को जहां 89732 वोट मिले थे तो वहीं नंदू बारे को 72471 वोट मिले थे.
2008 के चुनाव की बात करें तो इस बार भी बीजेपी को जीत मिली थी, बीजेपी के अनार भाई वास्कले ने 3 हजार से ज्यादा वोटों से कांग्रेस के नंदू बारे को हराया था. अनार भाई को इस चुनाव में 53064 वोट मिले थे तो वहीं कांग्रेस के नंदू बारे को 49671 वोट मिले थे.
टिकट की दावेदारी
चुनाव नजदीक आते ही टिकट के लिए नेताओं में होड़ मच जाती है और इस बार भी बीजेपी और कांग्रेस के नेता टिकट की जुगाड़ में लग गए हैं. बीजेपी की ओर से एक बार वर्तमान विधायक योगिता नवल सिंह बोरकर को टिकट मिल सकता है. तो वहीं कांग्रेस की बात करें तो पूर्व उम्मीदवार नंदू बारे की बेटी रुपाली बारे का नाम टिकट की रेस में आगे चल रहा है. इसके अलावा छाया मोरे भी टिकट की दावेदार बताईं जा रही हैं.