मणिपुर के काकचिंग जिले में हुई बिहार के दो किशोरों की नृशंस हत्या ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है। बिहार के गोपालगंज निवासी सुनालाल कुमार (18) और दशरथ कुमार (17), जो काकचिंग में निर्माण मजदूर के रूप में कार्यरत थे, की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दोनों किशोर मेटेई बहुल इलाके में किराए के मकान में रहते थे।
सीएम ने की कड़ी निंदा, साजिश की जताई आशंका
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे राज्य को अस्थिर करने की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा, “यह कृत्य हमारे समाज और मूल्यों पर हमला है। राज्य की जनता को इन विनाशकारी ताकतों के खिलाफ एकजुट होना होगा।”
सीएम ने मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। साथ ही, दोषियों की पहचान कर उन्हें कड़ी सजा दिलाने का आश्वासन दिया। उन्होंने यह भी कहा कि यदि आवश्यक हुआ, तो मामले की निष्पक्ष जांच के लिए इसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपा जाएगा।
हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद
इस बीच, मणिपुर के कांगपोकपी जिले में सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान के दौरान भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जब्त किया। बरामद सामान में 7.62 एमएम राइफल, नौ एमएम पिस्टल, डबल बैरल गन, चार हैंड ग्रेनेड, और चार इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर शामिल हैं। जब्त किए गए हथियारों को कांगपोकपी पुलिस को सौंप दिया गया है।
समाज में गहरा आक्रोश
यह घटना राज्य में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है। वहीं, सीएम ने जनता से शांति बनाए रखने और प्रशासन को सहयोग करने की अपील की है। राज्य में हो रही हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए सरकार ने सख्त कदम उठाने का संकल्प लिया है।
मणिपुर में बढ़ती असुरक्षा की घटनाओं के बीच यह मामला और भी गंभीर हो गया है। राज्य और केंद्र सरकार की प्राथमिकता दोषियों को जल्द से जल्द पकड़कर न्याय दिलाने की है।