देश की राजधानी दिल्ली में कानून-व्यवस्था के लिए हर पल चुस्त-दुरुस्त रहने का दावा करने वाली दिल्ली पुलिस अब अपनी ही कार्य प्रणाली से शक के घेरे में है। एक के बाद एक दो बड़ी लापरवाही ने दिल्ली पुलिस को कटघरे में खड़ा कर दिया है। पहली घटना में इंद्रपुरी में दिल्ली पुलिस टीम की ओर से व्यक्ति को निर्वस्त्र अवस्था में थाने तक लेकर जाने से जुड़े मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग ने पुलिस आयुक्त को इस घटना पर चार सप्ताह में रिपोर्ट पेश करने को कहा है। वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटना से जुड़े सभी पहलुओं की छानबीन की जा रही है।
आयोग ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट में जो बातें सामने आई हैं, वह किसी के सम्मान के खिलाफ हैं। किसी को नग्न अवस्था में गिरफ्तार करना व सार्वजनिक स्थान से उसे नग्न लेकर जाना मानवाधिकार का हनन है। पुलिस ने इस मामले में गैर पेशेवर तरीका अपनाया।
ज्ञात हो कि कोर्ट की ओर से जारी गैर जमानती वारंट पर 17 मई को पुलिस टीम इंद्रपुरी पुनर्वासित कॉलोनी स्थित उसके घर पहुंची, तब आरोपित बाथरूम में नहा रहा था। पुलिस टीम ने उसे वहां से दबोचने की कोशिश की। वह तौलिया पहनकर ऊपरी मंजिल से नीचे उतरने की कोशिश करने लगा। ऊपरी मंजिल पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसका हाथ पकड़ उसे ऊपर खींचने की कोशिश की, लेकिन पुलिस के तमाम प्रयास बेकार हो गए।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपित इस बात की ताक में था कि वह नीचे कूदकर भाग जाए या फिर पुलिस उसे छोड़ दे। उसने ऊपरी मंजिल से छलांग लगा दी। इस दौरान उसका तौलिया गिर गया। वह निर्वस्त्र ही जमीन पर गिर गया। पुलिस अधिकारी का कहना है कि उसे कपड़े पहनने को कहा गया, लेकिन वह नहीं माना।
उसे निर्वस्त्र ही लेकर पुलिस अपनी गाड़ी तक लेकर गई। संयोग से इस पूरी घटना का कुछ हिस्सा सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। उधर, इस मामले में परिजनों का आरोप है कि उसने पुलिस टीम से कहा कि वह उसे कपड़े पहनने दे, लेकिन टीम ने उसकी एक नहीं सुनी।
वहीं, सोमवार रात को पश्चिमी दिल्ली में एक आरोपी को थाने तक निर्वस्त्र ले जाने का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि दिल्ली पुलिस की एक और करतूत सामने आ गई है। पुलिस पर अब पूर्वी दिल्ली के कृष्णा नगर इलाके में चार निर्देष युवकों को थाने में बंद कर लाठी-डंडे से जम कर पिटाई करने का आरोप लगा है। पुलिस की पिटाई का शिकार भाजपा की पार्षद कंचन महेश्वरी का बेटा भी हुआ है, इसके अलावा अन्य युवक पार्षद के रिश्तेदार हैं। कंचन माहेश्वरी सोमवार को ही जोन की चेयरपर्सन बनी हैं। कहा जा रहा है कि वहां पर हो रहे झगड़े में चारों युवक बीच-बचाव कर रहे थे और पुलिस ने उल्टा उनकी ही पिटाई कर दी।
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