“कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश राव ने बेंगलुरु में HMPV वायरस के दो मामलों पर कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। यह वायरस नया नहीं है और पहले से मौजूद है।”
बेंगलुरु। कर्नाटक में HMPV (Human Metapneumovirus) वायरस के दो मामलों की पुष्टि होने के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश राव ने स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने कहा, “हमें HMPV को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। यह वायरस नया नहीं है, बल्कि पहले से मौजूद है।”
मंत्री का बयान:
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि रिपोर्ट्स में HMPV को भारत में पहली बार पाया गया बताया जा रहा है, जो गलत है। यह वायरस पहले भी मौजूद था और इसका असर केवल कुछ प्रतिशत लोगों पर ही होता है।
बच्चे के मामले की स्थिति:
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बेंगलुरु में जिन बच्चों में HMPV की पुष्टि हुई है, उनका कोई यात्रा इतिहास नहीं है। इसका मतलब यह संक्रमण स्थानीय रूप से फैला है और इसका चीन में फैले प्रकोप से कोई सीधा संबंध नहीं है।
चीन और भारत की स्थिति:
मंत्री ने कहा कि चीन में HMPV वायरस के प्रकोप की खबरों के बावजूद भारत की स्थिति अलग है। वायरस की मॉनिटरिंग और संक्रमितों की देखभाल के लिए स्वास्थ्य विभाग सतर्क है।
HMPV वायरस क्या है?
HMPV वायरस एक श्वसन संक्रमण है, जो छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को प्रभावित करता है। इसके लक्षण सर्दी-जुकाम, खांसी, बुखार और सांस लेने में कठिनाई हो सकते हैं।
HMPV वायरस पर कर्नाटक स्वास्थ्य मंत्री का बयान घबराहट कम करने वाला है। यह वायरस नया नहीं है और इसके प्रबंधन के लिए सरकार सतर्क है। ताजा अपडेट्स के लिए जुड़े रहें विश्ववार्ता के साथ।
विशेष संवाददाता:
मनोज शुक्ल