रायबरेली। जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। नेत्र जांच मशीन उद्घाटन कार्यक्रम के अंतर्गत जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने मोहन सिंह स्मारक नेत्र चिकित्सालय में दो नई उन्नत मशीनों — ऑटो रिफ्रक्टो किरैटोमीटर और ऑप्थेलमिक स्लिट लैंप — का उद्घाटन किया।
जिलाधिकारी ने इस अवसर पर कहा कि ये मशीनें नेत्र रोगों की पहचान और इलाज में मील का पत्थर साबित होंगी। आधुनिक तकनीक से लैस यह उपकरण आमजन को गुणवत्तापूर्ण और सुलभ नेत्र चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने में अहम भूमिका निभाएंगे।
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अधीक्षक डॉ. एस.के. कटियार ने बताया कि ऑटो रिफ्रक्टो किरैटोमीटर मशीन की लागत ₹4,15,000 है। यह मशीन मरीज के चश्मे के नंबर की जांच और ऑपरेशन के दौरान इंट्रा ऑक्युलर लेंस (IOL) का पॉवर निकालने में प्रयोग की जाती है। वहीं ऑप्थेलमिक स्लिट लैंप एक माइक्रोस्कोप आधारित यंत्र है जिसकी कीमत ₹1,28,000 है। इसकी सहायता से आंख की अत्यंत सूक्ष्मता से जांच की जाती है, जिससे जटिल नेत्र रोगों की पहचान आसान हो जाती है।
डॉ. कटियार ने जिलाधिकारी हर्षिता माथुर का विशेष आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके सहयोग से यह मशीनें उपलब्ध हो सकीं, जो जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को नए स्तर पर ले जाएंगी।
इस अवसर पर नगर मजिस्ट्रेट राम अवतार सहित स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में सभी ने सामूहिक रूप से मशीनों का निरीक्षण कर उनकी कार्यप्रणाली को समझा और भविष्य में इसके लाभकारी प्रभावों पर चर्चा की।
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