लखनऊ। लखनऊ के अशोक मार्ग पर स्थित इंदिरा भवन में उप्र लोक सेवा अधिकरण, चकबंदी निदेशालय, पेंशन निदेशालय जैसे प्रमुख सरकारी विभाग हैं। यहां प्रत्येक माह अपने कार्यों लेकर प्रदेश के कोने-कोने से हजारों लोगों को आना होता है। बावजूद इसके इंदिरा भवन की सही प्रकार से देखरेख नहीं की जा रही है।
इंदिरा भवन कर्मचारी महासंघ के महामंत्री सुशील और पदाधिकारियों ने इंदिरा भवन के बाहरी दीवार से टूटते प्लास्टर, सामने दिखती दरारों को लेकर नाराजगी जतायी है। पदाधिकारियों ने कहा कि इंदिरा भवन के रंग रोगन और दीवारों की मरम्मत के लिए दो वर्ष पूर्व में धरना दिया गया था। इसके बाद ही मरम्मत और रंगाई का कार्य हो सका था। अभी फिर से दीवारों में मरम्मत आ गयी है। एक छोर पर प्लास्टर टूट कर नीचे गिरने लगे हैं।
उन्होंने बताया कि इंदिरा भवन में सचिव, निदेशक स्तर के अधिकारी बैठते हैं। उनके सामने इंदिरा भवन की दीवार की दुर्दशा दिखती है। फिर भी अधिकारियों की आंखों पर काला चश्मा चढ़ा हुआ है। जो शासकीय भवन की मरम्मत के लिए एक बार नहीं बोलते हैं। इसी तरह की स्थिति रही तो पुन: धरना देने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
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