कटिहार। बिहार के सीमांचल व झारखंड के संथाल परगना क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक है। आज प्रधानमंत्री साहिबगंज व मनिहारी के बीच गंगा नदी पर फोर लेन सड़क पुल की आधारशिला रखी।
उन्होंने कहा कि 70 सालों से इस इलाके के लोग पुल की मांग कर रहे थे। लेकिन आज तक किसी भी सरकार ने यहां की जनता की मांग पर ध्यान नहीं दिया।
पीएम मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस सरकार में गरीब का पैसा उस तक पहुंचेगा और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। इस लड़ाई में मैं पीछे हटने वाला नहीं हूं।
गरीबों को लूटने वालों को नहीं छोड़ेंगे। गरीबों को उनका हक मिले इसके लिए जन-धन खाते खुलवाये गये। आधार से सभी योजनाओं को लिंक किया गया ताकि उनको मिलने वाली राशि सीधे उनके खाते में पहुंच जाये।
भ्रष्टाचार और कालेधन पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने नोटबंदी की । इससे भ्रष्टाचारियों में बौखलाहट है। बिचौलियों का धंधा बंद हो गया है। हमारा काम समाज के अंतिम तबके पर ख ड़े लोगों का विकास करना है। सरकार यह काम कर रही है।
पीएम मोदी ने पुल प्रोजेक्ट के बारे में बाेलते हुए कहा कि इसपर 2200 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इससे दो राज्यों को फायदा होगा और युवाओं को रोजगार मिलेगा। विकास से ही बदलाव संभव होगा। आजादी के बाद पहली बार इस इलाके की तरक्की के लिए विकास की योजनाएं शुरू हो रही हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि गरीब से गरीब, आदिवासी और पिछड़ों के जीवन में अगर बदलाव लाना है तो उसका एकमात्र उपाय विकास है।साहेबगंज में झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उनकी अगवानी की।
इसके पहले पूर्णिया के चूनापुर हवाई अड्डे पर भाजपा विधायक विजय खेमका व सांसद संतोष कुशवाहा ने उनका स्वागत किया।शिलान्यास स्थल के मंच पर पीएम मोदी के साथ राज्यपाल द्रौपदी मुर्मु, मुख्यमंत्री रघुबर दास व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री थोड़ी देर में साहेबगंज में 6.2 किलोमीटर लंबे गंगा पुल का निर्माण पर 21 सौ करोड़ की लागत से बनने वाले फोरलेन पुल का शिलान्यास किया। इससे बिहार व झारखंड के बीच की दूरियां सिमट जाएंगी। साहेगंज व कटिहार के बीच इस पुल का निर्माण तीन वर्ष के भीतर पूरा कर लेने का लक्ष्य है।
पुल निर्माण कार्य का शुभारंभ स्थानीय लोगों के तीन दशक के संघर्ष के सुखद परिणाम के रूप में सामने होगा। पुल निर्माण की मांग को लेकर मनिहारी व साहिबगंज के लोग लगातार संघर्षरत रहे हैं। पूर्व में कई बार शिलान्यास तिथि की घोषणा होने की चर्चा भी हवा में रही। वर्ष 2016 में कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद इस दिशा में कवायद शुरू की गई।
व्यापारिक व सांस्कृतिक गतिविधि को मिलेगा बढ़ावा
पुल निर्माण से दोनों राज्यों की व्यापारिक, सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। पुल निर्माण होने से राष्ट्रीय उच्च पथ पर वाहनों का दवाब भी कम हो जाएगा। पुल के साथ ही समदा में बंदरगाह निर्माण कार्य का शुभारंभ भी प्रधानमंत्री करेंगे।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
प्रधानमंत्री के आगमन को देखते हुए मनिहारी से साहिबगंज के बीच जलीय सीमा एवं दियारा इलाकों में सुरक्षा को लेकर पुख्ता चौकसी बरती जा रही है। डीएम ने मनिहारी एसडीओ व एसडीपीओ को पुलिस बल के साथ चौकस रहने को कहा है। गंगा में मोटर बोट से चौकसी बरती जा रही है।