“पंजाब बंद के दौरान किसानों ने हाईवे और रेलवे जाम कर दिए। 163 ट्रेनें रद्द, बस सेवाएं ठप। यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जानें प्रदर्शन की मुख्य बातें।”
चंडीगढ़। पंजाब में किसानों ने सोमवार को अपने अधिकारों और मांगों के समर्थन में राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया। इस बंद का व्यापक असर देखने को मिला। सुबह 7 बजे से किसान लगभग 140 स्थानों पर नेशनल हाईवे और रेलवे ट्रैक पर धरने पर बैठे। इससे अमृतसर-जालंधर, पानीपत-दिल्ली, और अमृतसर-जम्मू मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गए।
ट्रेन और बस सेवाएं प्रभावित:
बंद के कारण रेलवे ने 163 ट्रेनें रद्द कर दीं, जिनमें वंदे भारत जैसी प्रमुख सेवाएं शामिल हैं। झेलम एक्सप्रेस को जालंधर कैंट स्टेशन पर रोक दिया गया। पंजाब से 576 रूट पर चलने वाली बस सेवाएं भी बंद रहीं। हरियाणा और हिमाचल प्रदेश से आने वाली बसों पर भी रोक लगी।
यात्रियों की परेशानियां:
बंद के चलते जालंधर, अमृतसर और लुधियाना के रेलवे स्टेशनों पर यात्री फंसे रहे। ट्रेन कैंसिल होने के कारण यात्रियों को मजबूरी में होटल में रुकना पड़ा।
हाईवे और टोल प्लाजा पर हंगामा:
लुधियाना के लाडोवाल टोल प्लाजा पर एक व्यक्ति ने जाम लगा रहे किसान पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की। हालांकि, उसने बाद में इसे “गलती” करार दिया। जालंधर में पैदल यात्रियों को रोकने पर पुलिस और किसानों के बीच नोकझोंक हुई।
बारात पर असर:
जालंधर के धन्नोवाली फाटक पर बारात किसानों के जाम में फंस गई। इस दौरान दूल्हे ने गाड़ी से उतरकर किसानों का झंडा थामा और उनके समर्थन में नारे लगाए।
इमरजेंसी सेवाओं पर राहत:
बंद के दौरान एंबुलेंस और इमरजेंसी सेवाओं को प्रभावित नहीं किया गया। एग्जाम और इंटरव्यू के लिए जाने वाले लोगों को भी प्रदर्शनकारियों ने रास्ता दिया।
प्रदर्शन शाम तक समाप्त:
किसान यूनियन ने घोषणा की है कि प्रदर्शन शाम 4 बजे तक समाप्त होगा, जिसके बाद हाईवे और रेलवे ट्रैक खोल दिए जाएंगे।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल