मण्डोर रोड स्थित राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि उपज मंडी (अनाज) में व्यापारियों के साथ हो रही चोरी और लूट की घटनाएं रोकने और चोर-लुटेरों की पहचान के लिए करीब दो साल पहले मण्डी प्रशासन ने सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया, लेकिन मंडी प्रशासन के इस निर्णय पर सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की लेटलतीफी भारी पड़ रही है। पीडब्ल्यूडी की ओर से मण्डोर मंडी व जीरा मंडी परिसर में तो कैमरे लगा दिए गए हैं लेकिन वो चालू नहीं है, और बासनी कृषि मंडी में अभी तक कैमरे ही नहीं लगे हैं।
मंडी प्रशासन ने तीनों मंडी परिसर मण्डोर मंडी, जीरा मंडी व बासनी स्थित कृषि उपज मंडी में पीडब्ल्यूडी को कैमरे लगाने का जिम्मा सौंपा। मंडी प्रशासन ने पीडब्ल्यूडी द्वारा अनुमानित लागत राशि बताने के बाद जनवरी 2014 में 15 लाख रुपए की पहली किश्त तथा फरवरी 2014 में दूसरी किश्त 39.42 लाख रुपए की दूसरी किश्त जमा कराई। मंडी प्रशासन ने कुल 54.42 लाख रुपए पीडब्ल्यूडी के खातें में जमा करा दिए। बाद में पीडब्ल्यूडी के जेईएन की देखरेख में जयपुर की एक निजी कंपनी की ओर से कैमरे लगाए गए।
पीडब्ल्यूडी को लिखीं कई चिट्ठियां, मामला सिफर रहा
कृषि उपज मंडी समिति (अनाज) के सचिव रामसिंह सिसोदिया ने बताया कि यह राज्य की पहली मण्डी होगी, जहां सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था होगी। पीडब्ल्यूडी को लागत राशि भी दे दी, लेकिन आज दो साल बाद भी काम नहीं हुआ है। पीडब्ल्यूडी को कई चिट्ठियां लिखी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। पीडब्ल्यूडी ने जिस कंपनी को ठेका दिया, उसका भी थोड़े समय बाद वार्षिक रखरखाव अनुबंध (एएमसी) समाप्त हो जाएगा।
ठीक करवाएंगे का कहकर टाल गए बात
पीडब्ल्यूडी के एक्सईन एमएस देवड़ा का कहना है कि जयपुर की कंपनी को ठेका दिया है, मण्डोर मंडी व जीरा मंडी में कैमरे लग गए, एक बार चालू हो गए थे, अब बंद पड़े है, ठीक करवाएंगे। कंपनी से संपर्क कर रहे है लेकिन सरकारी प्रक्रिया है, फिर भी जल्द ही सभी मंडी परिसरों में कैमरों का संचालन शुरू करवा दिया जाएगा।
कुल 50 कैमरे लगेंगे
मंडी कैमरे अनुमानित लागत (लाख में )
मण्डोर मंडी 29 24.85
जीरा मंडी 10 15.30
बासनी मंडी 03 14.27
कुल 42 54.42
इनके अलावा मुख्य प्वाइंट्स पर 8 बड़े कैमरे लगाए हैं।