“संसद के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन लोकसभा में हंगामा हुआ। स्पीकर ओम बिरला ने विपक्ष को संदेश देते हुए कहा, ‘देश चाहता है कि संसद चले’। उन्होंने लोकतंत्र में सहमति-असहमति को ताकत बताते हुए सदन को सुचारु रूप से चलाने की अपील की।”
नई दिल्ली। आज संसद के शीतकालीन सत्र का चौथा दिन है, और जैसे ही लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सांसदों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। विपक्ष के विरोध के बीच, स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा, “सहमति और असहमति लोकतंत्र की ताकत है। मैं आशा करता हूं कि सभी सदस्य सदन को चलने देंगे। देश की जनता संसद के बारे में चिंता व्यक्त कर रही है। सदन सबका है और देश चाहता है कि संसद चले।”
स्पीकर के इस बयान से यह साफ होता है कि विपक्षी हंगामे के बावजूद वे चाहते हैं कि संसद की कार्यवाही सुचारु रूप से चलती रहे और जनता के मुद्दों पर चर्चा हो। इससे पहले भी संसद में हंगामे की स्थिति रही है, लेकिन ओम बिरला ने हमेशा संवाद और सहमति के महत्व को रेखांकित किया है।
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यह बयान इस समय महत्वपूर्ण हो गया है, जब संसद में लगातार गतिरोध बना हुआ है और विपक्ष की ओर से कई मुद्दों पर विरोध किया जा रहा है। हालांकि स्पीकर की अपील के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि सदन में कार्यवाही जल्द ही शुरू हो सकेगी।
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