मुरादाबाद: संभल हिंसा मामले में आरोपियों से सपा नेताओं की जेल में मुलाकात करवाने के गंभीर मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। मुरादाबाद के जेल अधीक्षक पीपी सिंह को निलंबित कर दिया गया है।
DIG जेल की जांच में उनकी भूमिका संदिग्ध पाई गई थी। इससे पहले, इस मामले में जेलर और डिप्टी जेलर को भी निलंबित किया जा चुका है।
क्या है मामला?
संभल में हाल ही में हुई हिंसा के आरोपियों को जेल में बंद किया गया था। आरोप है कि सपा नेताओं को नियमों की अनदेखी करते हुए जेल में इन उपद्रवियों से मिलने की अनुमति दी गई। यह मुलाकात जेल प्रशासन की अनुमति से हुई, जो नियमों के खिलाफ थी।
जांच में क्या निकला?
DIG जेल द्वारा की गई जांच में खुलासा हुआ कि मुरादाबाद जेल अधीक्षक पीपी सिंह ने इस मुलाकात की अनुमति दी थी। इस पर संज्ञान लेते हुए शासन ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। सूत्रों के अनुसार, इस मामले में और भी अधिकारियों की भूमिका की जांच की जा रही है।
पहले भी हो चुकी कार्रवाई
इस प्रकरण में पहले ही जेलर और डिप्टी जेलर को निलंबित किया जा चुका है। अब अधीक्षक पर गाज गिरने के बाद माना जा रहा है कि इस मामले में अन्य लापरवाह अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो सकती है।
सरकार का सख्त रुख
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए साफ कर दिया है कि कानून-व्यवस्था में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जेल विभाग को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
इस मामले ने विपक्ष को भी घेरने का मौका दे दिया है, वहीं प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा हुआ है।