लखनऊ। बॉलीवूड के बादशाह शाहरुख खान की आने वाली फिल्म रईस को लेकर खड़ा हुआ विवाद के थमने के संकेत मिले है। खबर मिली है कि शिया समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले सीन को फिल्म से शाहरुख खान ने हटाने जाने का आश्वासन दिया है।
शाहरुख खान के आश्वासन के बाद शिया समुदाय और उलमाओं में खुशी है। शिया धर्म गुरु मौलाना याकूब अब्बास ने इस बात की पुष्टि की है कि फिल्म से सीन हटाये जाने पर शाहरुख खान ने सहमति जता दी है।
बता दें कि शाहरुख खान समेत छह लोगों पर फिल्म ‘रईस’ में शिया समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया था। इतना ही नहीं यूपी के जौनपुर में इस संबंध में सिविल कोर्ट में केस दायर किया गया है और कोर्ट ने फरियादी को 19 दिसंबर को सबूतों के साथ पेश होने को कहा है।
जौनपुर के वकील सैयद शहंशाह हुसैन ने ‘रईस’ फिल्म के डायरेक्टर राहुल ढोलकिया, शाहरुख खान, प्रोड्यूसर गौरी खान, फरहान अख्तर, रितेश सिधवानी और सेंसर बोर्ड के चेयरमैन पहलाज निहलानी के खिलाफ केस दायर किया है। हुसैन ने अपनी शिकायत में कहा है कि उन्होंने 8 दिसंबर को अखबार में पढ़ा और सोशल मीडिया पर देखा कि ‘रईस’ में शाहरुख को शिया समुदाय के पवित्र अलम-ए-मुबारक जुलूस के ऊपर से कूदते दिखाया गया है।
लिहाजा शाहरुख की इस फिल्म में दिखाए गए दृश्य से शिया कम्युनिटी के लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं हैं। साथ ही, देश की एकता और अखंडता पर असर पड़ा है। हुसैन का कहना है कि ये सीन शिया समुदाय के पवित्र अलम-ए-मुबारक की तौहीन है। इस सीन की क्लिप वायरल होने के बाद शिया समुदाय व उलमा ने इस फिल्म की निन्दा और इस दृश्य को फौरन फिल्म से हटाने की मांग की थी।