सियाराम पांडेय ‘शांत’ महादेवी वर्मा हिंदी साहित्य का एक ऐसा नाम जो इस भारत भूमि के कण-कण से परिचित थी। जो यहां के रहवासियों की पीड़ा को, उनके आंसुओं के रंग तक को पहचानती थीं। जिसका निर्माण ही मिट जाने के लिए हुआ था। देश पर अपना सर्वस्व लुटा देने …
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