दरवाजा खोलिए या रोशनदान, अगर दिल में देश के लिए सम्मान का भाव नहीं है और पड़ोसी मुल्क से अलगाववादियों की साठ-गांठ है तो वार्ता की बयार तो बहने से रही। इसमें शक नहीं कि संवाद ही केसी भी समस्या का स्थायी समाधान है लेकिन अगर अलगाववादी वार्ता की मेज …
Read More »Tag Archives: Siyaram Pandey shant
आबादी विस्तार की वकालत कितनी जायज
सियाराम पांडेय ‘शांत ’——— देश में आबादी विस्फोटक स्थिति में पहुंच गई है। जनसंख्या वृिद्ध का आलम यह है कि हर दो मिनट पर एक बच्चे का जन्म हो रहा है। जनसंख्या बढ़ रही है और उसके बरक्स नागरिक सुविधाएं निरतंर घट रही हैं। रोटी,कपड़ा और मकान जैसी मूलभूत जरूरतें …
Read More »राम भरोसे पुराने पुल
जीवन में पुल का बड़ा योगदान है। पुल बड़ा है या छोटा, यह बहुत मायने नहीं रखता। पुल के अभाव में जीवन कितना कठिन होता है, यह मायने रखता है। पुल हो तो चिंता नहीं रहती। नदी-नालों को पार करने का खटका नहीं रहता लेकिन पुल न हो तो समस्या …
Read More »