पीलीभीत-टनकपुर हाईवे पर न्यूरिया कस्बे में गुरुवार रात हुए दर्दनाक सड़क हादसे में छह लोगों की मौत ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। बेटी की विदाई के बाद घर लौट रहे परिजनों की कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई, जिससे मौके पर ही तीन लोगों ने दम तोड़ दिया, जबकि तीन अन्य ने अस्पताल पहुंचने के बाद अंतिम सांस ली। इस हादसे में किसी ने पिता तो किसी ने पुत्र और मां को खो दिया।
तेज रफ्तार बनी काल, कार पर गिरी पेड़ की डाल
हादसा उस समय हुआ जब खटीमा क्षेत्र के जमोर गांव निवासी मंजूर अहमद अपनी बेटी की विदाई के बाद रिश्तेदारों के साथ तीन कारों में घर लौट रहे थे। न्यूरिया थाने के पास ओवरटेक के प्रयास में कार अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई और पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि पेड़ की मोटी डाल टूटकर कार पर गिर गई। मौके पर मौजूद लोगों ने डाल हटाकर कार में फंसे लोगों को बाहर निकाला।
मौके पर मचा कोहराम, तीन की मौत कार में ही
हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरातफरी का माहौल बन गया। तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य तीन को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतकों में मंजूर अहमद, उनका पुत्र, और एक अन्य रिश्तेदार शामिल हैं।
दुल्हन की गाड़ी आगे, हादसे ने बदली खुशियां
दुल्हन हुसना बी दूसरी कार में सवार थी, जो आगे चल रही थी। हादसे की खबर मिलते ही उसकी कार रुक गई। पिता मंजूर अहमद की मौत की खबर सुनकर उसकी खुशी मातम में बदल गई। वर पक्ष ने भी अपनी दावत रोक दी और घटनास्थल व अस्पताल की ओर रवाना हो गए।
राकिब का शव कार में छूटा, परिजनों की बदहाली
दस वर्षीय राकिब की मौके पर मौत हो गई, जबकि उसका छोटा भाई गुलाम गंभीर रूप से घायल हो गया। भगदड़ के बीच राकिब का शव अस्पताल ले जाने के दौरान कार में ही छूट गया, जो काफी देर बाद निकाला गया। पिता मोहम्मद अहमद अपने एक बेटे की मौत और दूसरे की गंभीर स्थिति देखकर बेसुध हो गए।
जनप्रतिनिधियों ने जताया शोक
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और केंद्रीय राज्यमंत्री जितिन प्रसाद ने हादसे पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
पोस्टमार्टम के बाद घर पहुंचे शव, मचा कोहराम
शुक्रवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद सभी शव परिजनों को सौंप दिए गए। अमरिया के बांसखेड़ा गांव निवासी बाहुद्दीन का शव जब उसके घर पहुंचा तो चीख-पुकार मच गई। जुमे की नमाज के बाद गमगीन माहौल में उसे सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
सड़क पर मौत का साया, परिवार ने खो दिए अपने
हादसे ने न केवल एक परिवार को उजाड़ दिया, बल्कि खुशियों भरे माहौल को गम और सन्नाटे में बदल दिया। तेज रफ्तार और अनियंत्रित गाड़ी ने छह जिंदगी छीन लीं और पीछे छोड़ गईं रोते-बिलखते परिजन।