नई दिल्ली। केजरीवाल ने मोदी सरकार द्वारा 500 और 1000 के नोट बंद किए जाने पर गंभीर आरोप लगाया है। कहा है कि 8 नवंबर को ऐलान से पहले पीएम ने अपने दोस्तों और बीजेपी के लोगों को सतर्क किया, जिनके पास काले धन थे, उन्होंने अपना माल ठिकाने लगाया।
केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी के लोगों ने कालेधन पहले ही ठिकाने लगा दिया। डॉलर को 2000 के नोट से बदला जा रहा है। भारी मात्रा में पैसे बैंक में डिपॉजिट हो रहे थे। कालेधन वाले सोना, डॉलर खरीद रहे हैं।
केजरीवाल ने कहा कि उनकी नजरों मे किसके पास कालाधन है। ये बताएं- अंबानी, अडानी, शरद पवार, सुभाष चंद्र या बादल के पास या फिर रिक्शेवाला, मोची, नाई, किसान, किराने वाला या मजदूर के पास? मोदी जी का सर्जिकल स्ट्राइक कालेधन के ऊपर नहीं है, आम जनता ने जो सेविंग्स की है उस पर स्ट्राइक है।
उन्होंने इस दौरान वीडियो के माध्यम से सबूत भी दिखाए। उन्होंने मांग की है कि 500 और 1000 के नोट बंद किए जाने के फैसले को वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि जुलाई से सितंबर के क्वॉर्टर में अचानक से काफी रुपया जमा किया गया।
अब आम जनता को तंग किया जा रहा है। सरकार कहना चाहती है कि ढाई लाख रुपये से ऊपर जमा मत करवाना, हमारे दलाल आने वाले हैं, उनसे डील कर लेना।
बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी को सत्ता की चाहत है, उनका रुख बेतुका है। एक तरफ तो वे कालेधन के खिलाफ हैं और दूसरी तरफ वे इस निर्णय का विरोध कर रहे हैं।