शाहजहांपुर: टायर व्यापार में अपने नाम कमाने वाले रवि अरोड़ा और उनके बेटे आयुष अरोड़ा अब नकली नोटों के कारोबार में भी शामिल पाए गए हैं। हाल ही में बरेली के थाना इज्जतनगर में इस मामले का पर्दाफाश हुआ, जब दोनों पिता-पुत्र नकली नोट खपाने के प्रयास में थे।
सूत्रों के अनुसार, रवि और आयुष अरोड़ा ने नेपाल से लाए गए नकली नोटों को शाहजहांपुर और आसपास के जिलों में फैलाने की योजना बनाई थी। बरेली की डेलापीर मंडी में जब उन्होंने डेढ़ लाख रुपये के पांच सौ रुपये के नोट खपाने की कोशिश की, तो वहां के व्यापारियों को संदेह हुआ और उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
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बरेली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए विवेक मौर्या नामक एक गुर्गे को गिरफ्तार किया, जो नकली नोटों के साथ था। इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि विवेक मौर्या पहले भी तीन बार नकली नोटों के व्यापार में जेल जा चुका है। जब पुलिस ने दबिश दी, तो रवि और आयुष अरोड़ा अपनी एक्सयूवी गाड़ी से फरार हो गए।
इंस्पेक्टर ने बताया कि गिरफ्तार किए गए विवेक मौर्या का संबंध शाहजहांपुर के चौक कोतवाली इलाके के सिंजई गांव से है। रवि और आयुष अरोड़ा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम ने छापेमारी शुरू कर दी है।
यह मामला साबित करता है कि नकली नोटों का कारोबार अब जनपद में खाने-पीने की वस्तुओं के नकली व्यापार के बाद एक नई दिशा में बढ़ रहा है, जिससे स्थानीय व्यापारियों और जनता में चिंता की लहर दौड़ गई है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें।